Aligarh Muslim University: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दिव्यांग छात्रों के ने एएमयू प्रशासन पर बड़े आरोप लगाए हैं. दिव्यांग छात्रों का कहना है कि, एएमयू प्रशासन दिव्यांगों के हक छीनने का काम कर रहा है. जब कि एएमयू में दिव्यांगों के कोटे को सुनिश्चित किया गया हैं. फिर भी दिव्यांगों के कोटे में सेंधमारी करते हुए उनका हक छीनने के बाद किसी और को दिया जा रहा है.


अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दिव्यांग छात्रों का कहना है कि, जिस तरह से एएमयू प्रशासन द्वारा 20 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद के बाद भी उनका हक उनको नहीं दिया गया. इसके विरोध में आज हम लोगों ने एएमयू प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है. जल्द ही मांगों को पूरा नहीं किया गया तो दिव्यांगों के द्वारा जबरदस्त प्रदर्शन किया जाएगा जिसका जिम्मेदार एएमयू प्रशासन होगा.


दिव्यांग छात्रों ने दिया एक महीने का अल्टीमेटम
एएमयू दिव्यांग छात्रों का कहना है कि, एक्ट के अनुसार एएमयू में दिव्यांग छात्र को कोटा दिया जाता है जबकि एएमयू प्रशासन के द्वारा कुछ जगह पर दिव्यांगों की जगह पर अन्य लोगों को नौकरी पर रखा गया है. जबकि उन जगहों पर शुरू से ही दिव्यांगों के लिए उन नौकरियों को आरक्षित माना जाता है. एएमयू प्रशासन के द्वारा दिव्यांगों की मांगो को पूरा नहीं किया जा रहा और अपने रिश्तेदार और अपने मिलने वालों को दिव्यांगों की जगह पर नौकरियां दी जा रही है.


छात्रों का आरोप है कि, कई वर्षों से उनका हक छीना जा रहा है दिव्यांगों का कहना है एक महीने का समय उनके द्वारा एएमयू प्रशासन को दिया है एक महीने के अंदर उनकी मांगो को पूरा नहीं किया गया तो उनके द्वारा जबरदस्त प्रदर्शन किया जाएगा, पूरे मामले को लेकर असिस्टेंट रजिस्ट्रार से जब बातचीत करने की कोशिश की गई तो वह मीडिया के सवालों से बचते नजर आए.


वहीं पूरे मामले को लेकर रजिस्ट्रार कार्यालय के बाहर दिव्यांगों के द्वारा जबरदस्त नारेबाजी करते हुए एएमयू पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये है. अब देखना होगा दिव्यांगों के द्वारा किये गए प्रदर्शन को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी मांगो को पूरा करेगा या फिर नहीं. फिलहाल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की वीसी नईमा खातून के नाम दिव्यांगों के द्वारा एक मांग पत्र दिया है जिसमें उनके द्वारा दिव्यांगों का हक उनको देने की मांग की गई है.


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