Dengue in Kanpur: डेंगू, वायरल बुखार से कानपुर में कोहराम, अबतक शहर में 20 की मौत, पढ़ें ये रिपोर्ट
Dengue Case in Kanpur: यूपी में कई शहरों में डेंगू और वायरल बुखार कहर बरपा रहा है. वहीं कानपुर में डेंगू शहर से गांव तक फैल चुका है. अबतक 20 की मौत हो चुकी है.
Dengue and Viral Fever in Kanpur: वायरल फीवर और डेंगू (Dengue Case) की चपेट में पूरा कानपुर (Kanpur) आ चुका है. लेकिन सबसे ज्यादा हालात कल्याणपुर (Kalyanpur) में कुरसौली गांव के खराब है. यहां लगभग हर घर में कोई न कोई वायरल फीवर या फिर डेंगू से पीड़ित है. गांव में ढाई सौ से 300 लोग बुखार (Fever) से पीड़ित हैं, जिनमें करीब 35 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. स्वास्थ्य विभाग गांव में मुस्तैदी के दावे कर रहा है लेकिन गांव के ही 7 लोगों की मौत (Seven death) अबतक बुखार से हो चुकी है.
बदतर होते जा रहे हैं हालात
डेंगू, वायरल फीवर, टाइफाइड, निमोनिया जैसी संक्रामक बीमारियों ने कोहराम मचाया हुआ है. हर घर में कम से कम एक व्यक्ति वायरल फीवर से बीमार पड़ा हुआ है. कानपुर में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. कल्याणपुर के कुरसौली गांव का हाल भी कुछ ऐसा ही है. जहां की आबादी करीब 1400 के आसपास बताई जाती है. यहां करीब 300 लोगों को वायरल फीवर और ड़ेंगू ने अपनी चपेट में ले लिया है. गांव वायरल फीवर और डेंगू की चपेट में ऐसा जकड़ा है कि अब ख़ौफ़ज़दा स्थानीय लोगों ने गांव से पलायन करना शुरू कर दिया है. घरों में ताले लटके हुए हैं.
गांव भी चपेट में आए
गांव के बिगड़ते हालात के बीच नोडल अधिकारी अनिल गर्ग, जिलाधिकारी आलोक तिवारी, सीएमओ डॉक्टर नेपाल सिंह समेत सभी अधिकारी गांव का निरीक्षण कर रहे हैं, और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करते हुए सभी घरों में रहने वाले स्थानीय लोगों की जांच भी कराई जा रही है. अभी तक गांव में 16 लोगों में डेंगू की पुष्टि की जा चुकी है, जबकि 300 के करीब लोग बुखार से पीड़ित हैं. स्थानीय लोगों का सीधा आरोप है कि जांच तो की जा रही हैं लेकिन उनके रिपोर्ट में घालमेल भी खूब हो रहा है.
बड़ी संख्या में बीमार लोगों का हाल लेने शासन, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का पहुंचना भी चालू है. क्षेत्रीय विधायक अभिजीत सिंह सांगा की माने तो राहत देने के सभी इंतज़ाम किये जा रहे हैं.
20 लोगों की हो चुकी है मौत
कानपुर महानगर की बात करें तो अब तक करीब 20 लोग इन संक्रामक रोगों से दम तोड़ चुके हैं. हालांकि प्रशासन इन आंकड़ों को छिपाने में जुटा हुआ है. ओपीडी का हाल यह है कि, एक ही दिन में 300 से अधिक रोगी हैलट ओपीडी में पहुंच रहे हैं. जिनमे सबसे ज्यादा शिकायत बुखार और डेंगू के लक्षणों की हो रही है. हालात इतने गम्भीर हैं कि ओपीडी स्तर से 15 रोगियों को इमरजेंसी में तत्काल भर्ती कराना पड़ रहा है. जिसमें एक जूनियर डॉक्टर भी शामिल है. बाल रोग विभाग के बाहर मरीजों की लाइन लगी हुई है. डेंगू और वायरल फीवर के अलावा टाइफाइड के भी रोगी बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं. हालांकि क्षेत्रीय विधायक गांव पहुचकर स्वास्थ्य लाभ देने की कोशिश करते दिख रहे हैं.
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