UP News: देवरिया में सरकारी अस्पताल का खस्ताहाल, बेड जर्जर और स्टाफ गैरहाजिर, डीएम ने लगाई फटकार
Deoria Hopsital News: देवरिया के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल के औषधि काउंटर पर मरीजों को दी जाने वाली दवाओं के विषय में जानकारी मांगी, जिसे उपलब्ध नहीं कराया जा सका.
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Deoria Ayurvedic Hospital: यूपी (UP) के देवरिया जिले का राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल 25 बेड का है, लेकिन यहां मात्र तीन ही बेड हैं, वो भी काफी जर्जर और टूटे-फूटे अवस्था में हैं. इस अस्पताल का मंगलवार को जिले के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह (Jitendra Pratap Singh) ने औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में अस्पताल के स्टाफ अनुपस्थित मिले. इस अस्पताल के बेड के बारे में जब प्रभारी एमओआईसी से डीएम ने पूछा तो उनकी तरफ से यह बताया गया कि यह 25 बेड का हॉस्पिटल है, जबकि निरीक्षण के दौरान महज तीन ही बेड मिले, जो कि अत्यंत जर्जर अवस्था में थे.
सात ही डीएम ने औषधि काउंटर पर मरीजों को दी जाने वाली दवाओं के विषय में जानकारी मांगी, जिसे उपलब्ध नहीं कराया जा सका. उन्होंने ओपीडी रजिस्टर का भी अवलोकन किया, जिसमें कई खामियां मिलीं. डीएम ने दवाओं के स्टॉक रजिस्टर का भी अवलोकन किया. वहीं अस्पताल में चारों तरफ गंदगी का अंबार मिलने पर संबंधित अधिकारी को फटकार लगाई.
'बेड के तकिया और गद्दे भी गंदे'
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय 25 बेड मान्यता प्राप्त हैं. इसमें मात्र तीन ही बेड मौके पर हैं. इस बेड के तकिया और गद्दे इतने गंदे हैं कि लेटने से आदमी बीमार हो जाएगा, जो स्टाफ है उसने भी काफी लापरवाही की है. वहीं जो स्टाफ अनुपस्थित हैं, उसकी एंट्री नहीं थी. मरीज को कौन सी दवा दी गई है, आयुर्वेदिक दवा दी गई है, इसके लिए कोई रजिस्टर काउंटर पर ही नहीं है और जो एमओआईसी आकांक्षा गुप्ता है, इनके स्टाफ जो अब्सेंट हैं, उसके बारे में उनको जानकारी नहीं है.
डीएम बोले- प्रभारी अधिकारी का दायित्व तय करेंगे
डीएम ने कहा कि अस्पताल में इतनी सुविधा होने के बाद भी मात्र 3 बेड हैं और वह भी टूटे-फूटे हैं. आयुष प्रशासन की प्राथमिकता है और इसमें जो क्षेत्रीय आयुर्वेदिक प्रभारी दिनेश हैं और जो अन्य अधिकारी प्रभारी हैं, उनका दायित्व हम लोग तय करेंगे और पब्लिक को और सुविधा प्रदान करने की कोशिश करेंगे.
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