UP Assembly Election 2022: देवरिया जिले की सदर विधानसभा सीट पर सपा, बीजेपी और कांग्रेस ने तो चुनाव जीती है. लेकिन बसपा को कभी भी इस सीट पर जीत नसीब नहीं हुआ है. सदर सीट की बात की जाए तो बसपा अब तक एक बार भी जीत हासिल नहीं कर सकी है.
बसपा के जीत ना पाने का मूल कारण पहला तो यह है कि शहरी मतदाता ज्यादातर बीजेपी के होते हैं. इसलिए बसपा जीत नही पाती. वहीं, दूसरा कारण बहुजन समाज पार्टी अपने प्रत्याशी को बदल देती है. चुनाव लड़ने वाला प्रत्याशी नया होता है. जनता में उसकी कोई पकड़ और लोकप्रियता नहीं होती है. देवरिया सीट से बेचारा और सहानुभुति वाले भी चुनाव जीतते हैं. पूर्व विधायक दीनानाथ कुशवाहा भी इनमें से एक हैं. हमेशा नए प्रत्याशी घोषित होने और पुराने का टिकट कट जाने से सहानुभूति भी बसपा प्रत्याशी को नहीं मिल पाती है. ये भी एक बड़ा फ़ैक्टर है.
इस विधानयभा चुनाव में बसपा की स्थिति जानें
इस विधानयभा चुनाव की बात करें तो बसपा का बहुत ही बुरा हाल है. अब टिकट मांगने वालों में कोई बड़ा चेहरा नहीं दिख रहा है. ये हाल सदर विधानसभा ही नहीं पूरे जिले का है. जो इनके पूर्व विधायक थे, वे ज्यादातर बीजेपी और अन्य दलों में शामिल हो चुके हैं.
ये भी पढे़ें-