UP News: उत्तर प्रदेश के देवरिया (Deoria) के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और एसपी संकल्प शर्मा कलेक्ट्रेट में पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत दर्ज मामलों के जल्द निस्तारण के लिए अभियोजन विभाग (Prosecution Department) के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने ड्रेस कोड का उल्लंघन करने पर डीजीसी (क्रिमिनल) राजेश कुमार मिश्र को मीटिंग से बाहर जाने का निर्देश दिया. डीजीसी क्रिमिनल जिलाधिकारी की मीटिंग में कुर्ता-पायजामा पहन कर आए थे, जिस पर डीएम ने गहरी नाराजगी व्यक्त की.
राजेश मिश्रा ने डीएम पर लगाए आरोप
इस बैठक में एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ राजेश सोनकर, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी राजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे. उधर, डीजीसी क्रिमनल राजेश मिश्रा ने डीएम देवरिया जितेंद्र प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ड्रेस कोड को लेकर जब उन्होंने बात करने की कोशिश की तो उन्हें बोलने से मना कर दिया. राजेश मिश्रा ने कहा, ' डीएम देवरिया से एक पत्र आया था जिसमें यह लिखा हुआ था कि 23 तारीख को एक पॉक्सो एक्ट की बैठक है. जिलाधिकारी देवरिया उस बैठक में उपस्थित हुए. मैंने कहा कि मैं ऑफिस से घर चला गया था और घर से आ रहा हूं. उन्होंने कहा कि आप जा सकते हैं. मैं उनको धन्यवाद देते हुए वहां से निकल गया.'
जिलाधिकारी ही बताएं मेरा ड्रेस कोड - सरकारी वकील
राजेश मिश्रा ने आगे कहा, ' एक विज्ञप्ति छपी है कि ड्रेस कोड के मामले में जिलाधिकारी के तरफ से एक गहरा रोष व्यक्त करते हुए बैठक से बाहर कर दिया गया. मैं जिलाधिकारी देवरिया से यह जानना चाहता हूं कि मेरा ड्रेस कोड क्या है. ड्रेस कोड मेरे काम के आवर 10 से 5 बजे के बीच का है और उसके बाद 6.30 से 7 बजे कोई बैठक होती है तो उस बैठक के लिए ड्रेस कोड क्या है, यह तो जिलाधिकारी देवरिया ही बता सकते हैं. .
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