Deoria Murder Case: उत्तर प्रदेश के देवरिया में जमीनी विवाद को लेकर एक ही परिवार के पांच लोगों समेत छह की हत्या के बाद से कोहराम मचा हुआ है. इस घटना में किस तरह से सत्यप्रकाश दुबे के पूरे परिवार को कुछ मिनटों में ही खत्म कर दिया गया, ये सुनकर हर किसी का दिल बैठ जाता है. चारों तरफ चीख पुकार और बिखरा हुआ खून यहां के लोगों के जहन से निकलना आसान नहीं है. इस हत्याकांड पर अब सत्यप्रकाश दुबे के जिंदा बचे बड़े बेटे का बयान सामने आया है. उसने जो बताया उसे सुनकर किसी का भी दिल रो उठेगा.


दो अक्टूबर को जिस दिन सत्यप्रकाश दुबे के घर पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव के परिवार ने हमला किया उस वक्त देवेश घर पर मौजूद नहीं था, वो बलिया में भागवत कथा करने गया था. दो अक्टूबर को ही सत्यप्रकाश के 15 साल के बेटे गांधी का जन्मदिन था. 


"मेरे भाई का जन्मदिन था"


देवेश ने कहा कि, "मेरे भाई का जन्मदिन था. हमें पता नहीं था कि ये लोग अचानक कांड करेंगे. आज जन्मदिन था, उसने कहा कि भैया मेरे पास कुछ नहीं है, तो मैंने कहा कि ठीक है आज मैं कथा करने जा रहा हूं, जो भी मिलेगा तो तुम्हारे लिए लाऊंगा."


"गुंडों ने पूरे घर को घेर लिया"


देवेश ने आगे कहा कि "सोमवार सुबह हमें फोन आया कि भैया घर को इन लोगों के गुंडों ने घेर लिया है और मारने की धमकी दे रहे हैं." ये कहते ही देवेश भावुक हो उठा. उसने कहा कि हम चाहते हैं कि उन्हें फांसी की सजा मिलनी चाहिए. सरकार से मांग है कि पूरे उनके खानदान वालों को सख्त से सख्त मिले. हमारा तो परिवार चला गया, लेकिन उनका परिवार नहीं बचना चाहिए. सरकार से निवेदन है कि उनके पूरे खानदान को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. ताकि जीवन में किसी के परिवार को आंख उठा के न देख सके. 


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