Akhilesh Yadav Deoria Visit: देवरिया (Deoria) में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के समर्थकों पर पुलिस का एक्शन हुआ है. शांतिभंग के आरोप में पुलिस ने 29 कार्यकर्ताओं का चालान काटा है. फतेहपुर गांव में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव काफिले के साथ पहुंचे थे. सपा मुखिया से मिलने के लिए बड़ी संख्या में समर्थक उमड़ पड़े. समर्थकों पर आरोप है कि धारा 144 की परवाह नहीं की. उन्होंने पुलिस के सामने खेत में जमकर नारेबाजी की. एसडीएम ने धारा 144 का उल्लंघन कर रहे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने का आदेश दिया. पुलिस की कार्रवाई से तनाव की स्थिति बन गई. चालान भरने के बाद निजी मुचलके पर कार्यकर्ताओं को हिरासत से छोड़ दिया गया. 


'सपा कार्यकाल में परिवार के साथ हुई नाइंसाफी'


फतेहपुर गांव पहुंचे अखिलेश यादव सत्यप्रकाश दुबे के परिवार से मिलना चाहते थे. पीड़ित देवेश दुबे ने मिलने से इंकार कर दिया था. उसने सपा कार्यकाल में परिवार के साथ नाइंसाफी का आरोप लगाया. उसने कहा कि दबंगों के प्रभाव की वजह से कार्रवाई नहीं होती थी. 2 अक्टूबर को सत्यप्रकाश दुबे के परिवार समेत पांच लोगों की धारधार हथियार और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जमीन विवाद में सामूहिक हत्या से उत्तर प्रदेश की सियासत में भूचाल आ गया. पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए नेता फतेहपुर गांव पहुंचने लगे.


पीड़ित ने बताई अखिलेश से नहीं मिलने की वजह


बीजेपी नेताओं के दौरे पर सपा ने दूसरे पक्ष को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने बीजेपी सरकार को राजधर्म निभाने की सलाह देते हुए जाति-धर्म के आधार पर भेदभाव करने से मना किया. एनडीए गठबंधन के सहयोगी ओम प्रकाश राजभर ने दोनों पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. उन्होंने सामूहिक नरसंहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए परिजनों के प्रति संवेदना जताई. फतेहपुर गांव पहुंचे अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने अधिकारियों के निलंबन को सरकार की नाकामी बताया.  


Azam Khan Case: 'सपा की तानाशाही और गुंडागर्दी...', आजम खान की सजा पर क्या कुछ बोले ओम प्रकाश राजभर