बिकरू कांड में तत्कालीन एसएसपी अनंतदेव पर कसा शिकंजा, विभागीय जांच शुरू
कानपुर में हुये बिकरू कांड ने प्रदेश ही नहीं देश को हिला दिया था. पुलिस पर हुये अबतक के जघन्य हमलों में से एक इस मामले में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी. वहीं, अब इस केस में तत्कालीन एसएसपी अनंतदेव पर शिकंजा कस चुका है.
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लखनऊ: बिकरू कांड में कानपुर नगर के तत्कालीन एसएसपी/डीआईजी रहे आईपीएस अनंतदेव पर शिकंजा कसता जा रहा है. एसआईटी की जांच में दोषी पाए गए अनंतदेव के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है. इसके लिए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस क्राइम नीलाब्जा चौधरी को पीठासीन अधिकारी और कानपुर के एडिशनल पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था को प्रेसेंटिंग ऑफिसर नियुक्त किया गया है. शुक्रवार को जेसीपी क्राइम ने मामले की सुनवाई भी की.
बिकरू कांड से दहल गया था पुलिस महकमा
बिकरू में कुख्यात विकास दुबे ने अपने घर पर दबिश देने आई पुलिस टीम पर हमला करके सीओ देवेंद्र सिंह समेत 8 पुलिसकर्मियों की बेहरमी से हत्या कर दी थी. इस जघन्य कांड के बाद तत्कालीन एसएसपी/डीआईजी अनंतदेव की करतूतें उजागर हुई थीं. शहीद सीओ देवेंद्र सिंह का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कुख्यात विकास दुबे और चौबेपुर थाना के तत्कालीन एसओ विनय तिवारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत की थी. आईपीएस अनंतदेव पर आरोप था कि उन्होंने सीओ के पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की. उक्त पत्र की जांच आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने की थी. जांच में सामने आया था कि सीओ ने पत्र लिखा था पर उसे एसएसपी/डीआईजी को भेजा नहीं था. इस आधार पर अनंतदेव को क्लीन चिट मिल गई थी. इसी दौरान शहीद सीओ की ऑडियो रिकार्डिंग वायरल हो गईं जिसमें वह चौबेपुर और बिल्हौर के बीच एक मवेशियों भरे ट्रक की डीलिंग और उसमें पूर्व डीआईजी की भूमिका बताई जा रही थी. बीस ऑडियो रिकार्डिंग ने हड़कम्प मचा दिया.
शासन की जांच में दोषी पाये गये थे अनंत देव
शासन ने जांच शुरू कराई जिसमें अनंतदेव को कुख्यात विकास दुबे, उसके फायनेंसर जयकांत बाजपेई और पूर्व एसओ विनय तिवारी के खिलाफ कोई ठोस कदम न उठाने का दोषी माना गया. इस कांड में एसआईटी जांच भी कराई गई थी. अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में एडीजी हरीराम शर्मा और डीआईजी जे. रविंद्र गौड ने एक हजार पन्ने की जांच रिपोर्ट शासन को सौंपी जिसमें अनंतदेव को दोषी माना गया था.
शुक्रवार को लखनऊ में पीठासीन अधिकारी नीलाब्जा चौधरी के सामने प्रेजेंटिंग ऑफिसर एडिश्नल पुलिस कमिश्नर आकाश कुलहरी ने इस मामले से जुड़े सभी उपलब्ध दस्तावेज रखे. अनंतदेव पर जो आरोप लगे हैं, वह किन कागजातों के आधार पर लगाए गए हैं, इसकी एक कॉपी उन्हें भी उपलब्ध कराई गई. अब इस मामले में अनंतदेव को अपना जवाब दाखिल करना होगा.
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