एक्सप्लोरर
Advertisement
Uttarakhand Cabinet Portfolio: धामी सरकार में मंत्रियों के बीच हुआ विभागों का बंटवारा, जानें- किसे मिला कौन सा मंत्रालय?
उत्तराखंड की धामी सरकार में मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हो गया है. सीएम धामी ने अपने पास 23 विभाग रखे हैं.
Uttarakhand Politics: उत्तराखंड की धामी सरकार में मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हो गया है. सीएम धामी ने अपने पास 23 विभाग- कार्मिक, गृह, कारागार, आबकारी, श्रम, पर्यावरण सरंक्षण, नागरिक उड्यन रखा है. जबकि, सतपाल महाराज को 8 विभाग- पर्यटन, धर्मस्य, पीडब्ल्यूडी, पंचायती राज और जलागम प्रबधंन और सिंचाई का जिम्मा सौंपा गया है. इसके अलावा, सौरभ बहुगुणा को गन्ना मंत्री बनाया गया है. यहां देखें पूरी लिस्ट.
जानें- किसको कौन सा मंत्रालय मिला?
- सतपाल महाराज को 8 विभाग- पर्यटन, धर्मस्व, लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज, जलागम प्रबधंन और सिंचाई विभाग
- सौरभ बहुगुणा को गन्ना मंत्री बनाया, साथ ही पशु पालन,दुग्ध विकास, कौशल विकास एवं सेवायोजन, मत्स्य पालन विभाग
- चंदन रामदास को परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण विभाग
- रेखा आर्या- महिला सशक्तिकरण और बाल विकास, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, खेल एवं युवा कल्याण विभाग
- सुबोध उनियाल- वन, भाषा, निर्वाचन, तकनीकी शिक्षा विभाग
- धन सिंह रावत- विद्यालयी शिक्षा(बेसिक), विद्यालयी शिक्षा(माध्यमिक), संस्कृत शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, सहकारिता विभाग
- गणेश जोशी- सैनिक कल्याण, कृषि शिक्षा,कृषि एवं कृषक कल्याण, कृषि विपणन,रेशम विकास, ग्राम्य विकास विभाग
- प्रेमचंद अग्रवाल- वित्त, शहरी विकास आवास, पुनगर्ठन, जनगणना विभाग
ये भी पढ़ें :-
Yogi 2.0 cabinet: यूपी में योगी आदित्यनाथ ने बांटे मंत्री पद, गृह समेत 34 विभाग अपने पास रखे, एक मात्र मुस्लिम चेहरे को दी ये जिम्मेदारी
लखनऊ में डेटिंग एप के जरिए ठगी का मामला, अश्लील बातें रिकॉर्ड कर युवक को किया ब्लैकमेल
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
क्रिकेट
बॉलीवुड
Advertisement
प्रफुल्ल सारडा,राजनीतिक विश्लेषक
Opinion