केशव प्रसाद मौर्य ने फिर साधा अखिलेश यादव पर निशाना, मुलायम सिंह यादव का किया जिक्र
Keshav Prasad Maurya: केशव प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव के बीच की जंग कोई नई बात नहीं हैं लेकिन, 69000 शिक्षकों की भर्ती को लेकर आए हाईकोर्ट के फैसले के बाद ये और तेज हो गई है.
Keshav Prasad Maurya on Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच की तीखी नोंक-झोंक कम होने का नाम नहीं ले रही है. इसी क्रम में केशव मौर्य ने अखिलेश यादव पर एक बार फिर हमला किया है. उन्होंने सपा संस्थापक और उनके पिता मुलायम सिंह यादव का जिक्र करते हुए हमला किया और अखिलेश को राहुल गांधी का दरबारी बता दिया.
केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष को कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी का दरबारी बताया. उन्होंने दावा किया कि इसकी वजह से उनके समाज (यादव) के लोग भी आहत हैं. केशव मौर्य ने एक्स पर लिखा- 'धरती पुत्र दिवंगत नेता श्री मुलायम सिंह ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उनके गुजरने के बाद उनका पुत्र श्री अखिलेश यादव दरबारी बन जाएगा गांधी परिवार का. इससे उनका समाज भी आहत है कि नेताजी का बेटा किसी और की चाकरी करे.
केशव मौर्य और अखिलेश यादव में जुबानी जंग
केशव प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव के बीच की जंग कोई नई बात नहीं हैं लेकिन, 69000 शिक्षकों की भर्ती को लेकर आए हाईकोर्ट के फैसले के बाद ये और तेज हो गई है. केशव प्रसाद मौर्य ने जब अपनी ही सरकार के खिलाफ आए हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया तो अखिलेश यादव ने उनके बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पहले तो आरक्षण की हकमारी में शामिल रहे और जब इंसाफ आया तो खुद को हमदर्द साबित करने में जुट गए.
अखिलेश यादव ने केशव प्रसाद मौर्य को कृपा पात्र उप मुख्यमंत्री बताते हुए हमला किया और कहा कि बीजेपी की ऐसी सत्ता लोलुप सियासत की वजह से यूपी कई साल पीछे चला गया है. इसके बाद केशव मौर्य ने एक बार फिर अखिलेश को जवाब देते हुए कहा कि उन्हें झूठ बोलने की मशीन कहा और पीडीए को बड़ा धोखा बताया.
अखिलेश यादव और केशव मौर्य की इस जंग में कांग्रेस भी कूद पड़ी. कांग्रेस नेता अंशू अवस्थी ने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य ने पिछड़ों के हितों और उनके अधिकारों से समझौता कर सरेंडर किया है. उन्हें अपमानित किया, स्टूल पर बिठाया गया, न जाने क्या-क्या कहा? जिससे बीजेपी में पिछड़ों की हालत और अपमान का पता चलता है.
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