प्रयागराज. अयोध्या में बनने जा रहे भव्य राम मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए निधि संग्रह का अभियान भी चलाया जा रहा है. निधि संग्रह अभियान के तहत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से लेकर तमाम हस्तियों ने चंदा दिया है. वहीं अब उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा दिया है. मौर्य ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए 30 महीने का वेतन दिया है. यह राशि शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती को सौंपी गई. पत्रकारों से बात करते हुए मौर्य ने कहा, "मैं सबसे पहले एक राम भक्त हूं, फिर जाकर राज्य का उप-मुख्यमंत्री हूं."
इसके अलावा डिप्टी सीएम ने मंदिर निर्माण के लिए राज्य के पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों की तरफ से 1.10 करोड़ रुपये का एक चेक भी सौंपा. उन्होंने कहा, "राम मंदिर के निर्माण के लिए पूरे देश से सहयोग की मांग की जा रही है क्योंकि इसके लिए पांच पीढ़ियों ने अपनी आहुति दी है. एक ऐसी परिस्थिति में सभी से सहयोग की अपेक्षा की जा रही है."
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पिछले साल अगस्त में भूमि पूजन किया था. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, राम मंदिर की नींव का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह देवालय 36 से 40 महीने के भीतर बनकर तैयार हो सकता है.
15 फरवरी से शुरू हो सकता है निर्माण कार्य
अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य पूरी तरह 15 फरवरी से शुरू होगा. क्योंकि तब तक मंदिर की नींव की डिजाइन ट्रस्ट और निर्माण एजेंसियों को मिल जाएगी. वहीं, जिस मंदिर के मॉडल पर निर्माण होना है उस तरह के निर्माण पर लगभग 300 से 400 करोड़ रुपए लगेंगे. लेकिन मंदिर के परकोटे के बाहर राम जन्मभूमि परिसर में कुल निर्माण को जोड़ा जाए तो यह रकम 1100 सौ करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद गिरी जी राम मंदिर निर्माण में होने वाले खर्चे के बारे में जानकारी दी थी.
1100 करोड़ का खर्च होगा
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद गिरी ने पहली बार इस बात को सामने रखा कि, मंदिर निर्माण का पूरी तरह कार्य 15 फरवरी से शुरू होगा क्योंकि तब तक फिलिंग मैटेरियल को लेकर भी रिपोर्ट आ जाएगी. वहीं, उन्होंने यह भी पहली बार बताया कि राम मंदिर के निर्माण पर लगभग 300 से 400 करोड़ रुपए लगेंगे लेकिन मंदिर के परकोटे के बाहर राम जन्मभूमि परिसर में कुल निर्माण को जोड़ा जाए तो यह रकम 1100 सौ करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी.
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