UP Breaking News Highlights: साबरमती जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच लाया जा रहा माफिया अतीक अहमद, सता रहा एनकाउंटर का डर
UP Atiq Ahmed Highlights: माफिया अतीक अहमद को प्रयागराज ला रहे काफिले की लाइव ट्रैकिंग रोकने के लिए पुलिस ने काफी एहतियात बरती है. इस दौरान वैन में तैनात पुलिसकर्मियों के पास मोबाइल फोन नहीं रहेगा.
यूपी पुलिस का काफिला उदयपुर शहर क्रॉस करने के बाद चित्तौड़गढ़ हाईवे पर रवाना हुआ है. यूपी पुलिस माफिया अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज जा रही है.
यूपी पुलिस के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच चल रही अतीक अहमद की वैन बहुत जल्द चितौड़गढ़ पहुंचेगी. चितौड़गढ़ में वैन के ड्राइवर बदले जाएंगे.
साबरमती जेल से अतीक अहमद को निकला यूपी पुलिस का काफिला एक बार फिर से रुका है. कड़ी सुरक्षा के बीच चल रही है अतीक अहमद की वेन उदयपुर के बलीचा प्रतापनगर बाईपास स्थित पेट्रोल पंर पर फिर रुकी है.
साबरमती जेल से अतीक अहमद को निकला यूपी पुलिस का काफिला एक बार फिर से रुका है. कड़ी सुरक्षा के बीच चल रही है अतीक अहमद की वेन उदयपुर के बलीचा प्रतापनगर बाईपास स्थित पेट्रोल पंर पर फिर रुकी है.
साबरमती जेल से अतीक अहमद को निकला यूपी पुलिस का काफिला एक बार फिर से रुका है. कड़ी सुरक्षा के बीच चल रही है अतीक अहमद की वेन उदयपुर के बलीचा प्रतापनगर बाईपास स्थित पेट्रोल पंर पर फिर रुकी है.
साबरमती जेल से माफिया अतीक अहमद को प्रयागराज ले जाया रहा है. वहीं यूपी पुलिस का काफिला उदयपुर पहुंच गया है और अतीक अहमद जिस वेन में बैठा है उसमें हथियारबंद जवान तैनात हैं.
उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में आरोपी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की बिना बुर्के की फोटो सामने आई है. इससे पहले पुलिस बुर्के की वजह से पोस्टर भी जारी नहीं कर पाई थी और शाइस्ता परवीन को ढूंढने में भी दिक्कत हो रही थी.
उदयपुर जिले के ऋषभदेव में अतीक अहमद को लेकर जा रहा यूपी पुलिस का काफिला रुका. यहां पर वैन में डीजल भरवाने के लिए पुलिस का काफिला रुका और अतीक अहमद को वॉशरूम के लिए नीचे उतारा. करीब 3 मिनट बाद यूपी पुलिस ने अतीक अहमद को वापस गाड़ी में बिठाया. इसके बाद उदयपुर की तरफ यूपी पुलिस का काफिला बढ़ा.
गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा माफिया अतीक अहमद उदयपुर पहुंचने वाला है. यूपी पुलिस का काफिला 50 मिनट में उदयपुर पहुंच जाएगा.
माफिया अतीक के भाई अशरफ को बरेली से कल देर रात प्रयागराज लाया जा सकता है. बरेली से 10 घंटे का प्रयागराज का रास्ता है जिसकी दूरी 500 किलोमीटर है. अशरफ बरेली से शाहजहांपुर, हरदोई, सीतापुर, लखनऊ होते हुए प्रयागराज जाएगा. बरेली जिला जेल में ही उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी. उमेश पाल हत्याकांड से पहले सभी शूटर और अतीक का बेटा असद अशरफ से बरेली जेल में मिला था.
माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज ले जा रहा यूपी पुलिस के काफिले की राजस्थान में एंट्री हो चुकी है. रतनपुर बॉर्डर से यूपी पुलिस के काफिले ने राजस्थान में प्रवेश किया है.
माफिया अतीक अहमद जून 2019 से साबरमती जेल में बंद है, उस साल अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि यूपी के फूलपुर के पूर्व सांसद को गुजरात में बड़ी सुरक्षा वाली जेल में ट्रांसफर कर दिया जाए. क्योंकि उस पर अपहरण और मारपीट का आरोप लगाया गया था. पुलिस ने कहा कि वह हाल ही में उमेश पाल हत्याकांड सहित 100 से अधिक आपराधिक मामलों में नामजद है.
जब अतीक अहमद को उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम हिरासत में लेने पहुंची तो उन्होंने साबरमती जेल से बाहर आने से इनकार कर दिया. टीम ने जेल अधिकारियों के साथ लंबी चर्चा की, जिन्होंने उन्हें बताया कि उनकी हिरासत लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी की जरूरत है.
इसी बीच यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा कि अब कुछ कर के देखें, इन्हें आटे-दाल का भाव मालूम चल जाएगा. अब पुराने दिन गए, इन पर उचित कार्रवाई की जाएगी, इन्हें मिट्टी में मिलाया जाएगा. यह ऐतिहासिक कार्रवाई है, अतीक की पत्नी शाहिस्ता और बेटे असद पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज ले जाया जा रहा है. यूपी पुलिस का काफिला रतनपुर बॉर्डर से राजस्थान में दाखिल होगा.
अतीक अहमद को सड़क के रास्ते साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. इस बीच माफिया अतीक ने अपनी हत्या का खौफ जाहिर किया. इस मामले में गिरिराज सिंह ने कहा, 'गाड़ी पलटने की जिम्मेदारी सीएम योगी की नहीं है, कुछ भी हो सकता है.'
जेल से निकलते हुए माफिया अतीक अहमद के चेहरे पर खौफ साफ दिख रहा है. माफिया अतीक ने पहला बयान देते हुए कहा- 'मेरी हत्या करना चाहते हैं...'
साबरमती जेल से माफिया अतीक को लेकर यूपी पुलिस रवाना हो गई है. यूपी पुलिस ने अतीक को कस्टडी में ले लिया है और 36 घंटे की यात्रा में अतीक को प्रयागराज लाया जा रहा है.
माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद को साबरमती जेल से बाहर निकाल दिया गया है. उसे यूपी पुलिस प्रयागराज ले जा रही है, इस दौरान बज्र वाहन में तैनात पुलिसकर्मियों के पास मोबाइल फोन नहीं रहेगा.
यूपी कोर्ट के आदेश के मुताबिक अपहरण के एक मामले में फैसला 28 मार्च को सुनाया जाएगा. अतीक अहमद समेत मामले के सभी आरोपियों को उसी दिन अदालत में पेश करने का निर्देश दिया गया है.
माफिया अतीक को साबरमती जेल से निकालने के लिए यूपी पुलिस अंदर पहुंच गई है. अब किसी भी वक्त अतीक जेल से बाहर आ सकता है.
उत्तर प्रदेश में 15 आईपीएस अफसरों के तबादले किए गए हैं. एन रविंदर ADG पुलिस मुख्यालय बनाए गए और इसके साथ ही उन्हें डीजीपी के जीएसओ का भी चार्ज दिया गया है. वहीं अमित चंद्रा को एडीजी पीटीसी मुरादाबाद बनाया गया है और रामलाल वर्मा आईजी ईओडब्ल्यू बनाए गए. इसके साथ ही अनिल कुमार आईजी पीएसी पूर्वी जोन बने और रामकृष्ण भरद्वाज प्रमोशन के बाद बस्ती के IG बने. रविंद्र गौड़ गोरखपुर जोन में IG पद पर प्रमोट हुए और सुभाष दुबे भी प्रमोशन के बाद आईजी ट्रैफिक बने हैं. अखिलेश कुमार IG आजमगढ़ पद पर प्रमोट किया गया है और केशव चौधरी एडिश्नल सीपी आगरा पर प्रमोट हुए हैं. अनीस अंसारी भी आईजी पद पर प्रमोट हुए हैं, चनप्पा भी वाराणसी में एडिश्नल सीपी और दिनेश कुमार पी ACP गाजियाबाद पद पर प्रमोट हुए.
गुजरात से प्रयागराज लाए जा रहे माफिया अतीक को निकालने में अभी देरी है. अतीक ने रोड के जरिए जाने से मना किया है, अतीक की लीगल टीम ने एससी का हवाला दिया है. वहीं साबरमती जेल के आईजी और यूपी के अफसर आपस में चर्चा कर रहे हैं कि किस तरीके से इसको निकाला जाए.
उमेश पाल हत्याकांड में शाम करीब 5 बजे तक अतीक अहमद को प्रयागराज ले जाने की संभावना है. इसे अहमदाबाद से हिम्मतनगर भिलोदा होते हुए राजस्थान होते हुए यूपी होते हुए प्रयागराज ले जाने की संभावना है. अतिरिक्त समय की संभावना के कारण अन्य गोधरा से इंदौर मार्ग को हिम्मतनगर भिलोदा मार्ग से लिया जा सकता है. यूपी पुलिस 20 घंटे की कटौती कर भिलोदा के रास्ते प्रयागराज पहुंच सकती है. साबरमती जेल में अभी भी यूपी पुलिस के 30 जवान हैं. जानकारी के मुताबिक, यूपी पुलिस रात्रि विश्राम के समय को देखते हुए जल्द ही जेल से बाहर निकालने की तैयारी में है.
लखनऊ पुलिस ने फरार याजदान बिल्डर पर बड़ी कार्यवाही की है. लखनऊ पुलिस ने फरार याजदान बिल्डर की बिल्डिंग पर नोटिस चस्पा किया है. पुलिस ने हजरतगंज के डालीबाग अलाया होम बिल्डिंग पर कुर्की नोटिस चस्पा किया है. डुगडुगी पीटकर हजरतगंज पुलिस ने यह कार्रवाई की है.
सर्वे में जनता से सवाल किया गया कि सीएम के तौर पर किसका कार्यकाल बेहतर है. इस सर्वे में करीब दस हजार लोगों ने हिस्सा लिया. सर्वे में योगी आदित्यनाथ को 42 प्रतिशत लोगों ने सबसे बेहतर मुख्यमंत्री माना है.
सर्वे में जनता से सवाल किया गया कि सीएम के तौर पर किसका कार्यकाल बेहतर है. इस सर्वे में करीब दस हजार लोगों ने हिस्सा लिया. इस सर्वे के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ सवाल के जवाब में जनता ने सीएम योगी को सबसे बेहतर माना.
सर्वे के आंकड़ों के अनुसार माना जाए तो यूपी में पीएम मोदी का मैजिक कायम है. अब अगर अगले लोकसभा चुनाव में सर्वे के आंकड़े के अनुसार परिणाम आते हैं तो विपक्ष के लिए बड़ा झटका होगा.
एबीपी न्यूज एबीपी न्यूज़ के लिए Matrize ने सर्वे किया है. मायावती का पार्टी बीएसपी और कांग्रेस को भी सर्वे में एक से दो सीट मिलते नजर आ रही है.
एबीपी न्यूज एबीपी न्यूज़ के लिए Matrize ने सर्वे किया है. जिसमें करीब दस हजार लोगों को शामिल किया गया है. मुख्य विपक्षी दल सपा को राज्य में तीन से छह सीट आने का अनुमान है.
एबीपी न्यूज एबीपी न्यूज़ के लिए Matrize ने सर्वे किया है. जिसमें करीब दस हजार लोगों को शामिल किया गया है. सर्वे में सामने आया है कि अलग अभी देश में लोकसभा चुनाव होता है तो यूपी में बीजेपी को करीब 67 से 73 सीट आ सकती है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा यूपी में तकरीबन 12 लाख से ज्यादा गौवंश है. इसमें से 11 लाख गोवंश के संरक्षण का काम प्रदेश सरकार कम कर रही है और 900 रुपए दिए जा रहे हैं. जो लोग गोवंश को अपने पास रख रहे हैं उनका भी सत्यापन कराकर उन्हें भी 900 रुपए दिए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा यूपी में तकरीबन 12 लाख से ज्यादा गौवंश है. इसमें से 11 लाख गोवंश के संरक्षण का काम प्रदेश सरकार कम कर रही है और 900 रुपए दिए जा रहे हैं. जो लोग गोवंश को अपने पास रख रहे हैं उनका भी सत्यापन कराकर उन्हें भी 900 रुपए दिए जा रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कि आज उत्तर प्रदेश की पहचान अपने युवाओं के बारे में एक बेहतरीन सोच को आगे बढ़ाने वाले राज्य के रूप में हो रही है, जहां सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता और निजी क्षेत्र में ढेर सारी संभावनाएं हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''एसडीआरएफ की स्थापना के लिए तीन बटालियन का गठन हुआ. पीएसी की 54 बटालियन का पुनर्गठन हुआ. महिला कार्मिक की संख्या 10 हजार से 40 हजार तक बढ़ाई गई.''
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''1.64 लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती की प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से पूरा किया गया. उत्तर प्रदेश का हर युवा हमारे परिवार का हिस्सा है. पुलिस सुधार के लिए प्रयास किये गये. उत्तर प्रदेश में सात पुलिस आयुक्तालय बनाए गए हैं. उत्तर प्रदेश में हर तहसील स्तर पर दमकल केंद्र स्थापना किए गए हैं.''
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''स्वत: रोजगार के लिए एमएसएमई में हुए कार्य दिखाई दे रहे हैं. विश्वकर्मा श्रम सम्मान हस्तशिल्पियों को नई पहचान दिला रहा है. हम दो करोड़ युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बना सके. उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां 20 लाख युवाओं को हमने इससे लाभान्वित किया है.''
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां तमाम अभिभावक इस बात के लिए चिंतित होते थे कि बिटिया का विवाह कैसे करेंगे, उसे कैसे पढ़ाएंगे. आज 14 लाख बेटियां मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से लाभान्वित हुईं. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत सवा दो लाख बेटियों का विवाह संपन्न हुआ.''
विपक्षी दलों पर हमला करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में परंपरागत रूप से जाति, मजहब, भ्रष्टाचार व परिवारवाद के नाम पर राजनीति हुआ करती थी, लेकिन उससे अलग हटकर प्रदेश की पहचान, उत्तर प्रदेश के अनुरूप असीम संभावना वाले प्रदेश के रूप में बढ़ाने के लिए 10 सेक्टर चिह्नित किये, उसके लिए हमारी पूरी टीम ने काम किया.”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “छह वर्ष में तीन वर्ष वैश्विक महामारी से लड़ते व्यतीत हुए और उसी में से हमने राह भी निकाली. उत्तर प्रदेश ने अनेक उपलब्धियां हासिल कीं. कहा जाता था कि उत्तर प्रदेश में विकास नहीं हो सकता, वह आज प्रधानमंत्री की प्रेरणा से नंबर एक की दौड़ में है और यह यात्रा को आगे बढ़ा रहा है.”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी की एक सभा में अपने संबोधन में कहा था, ''उत्तर प्रदेश आज विकास के हर क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है. कल 25 मार्च को योगी जी की दूसरी पारी का एक वर्ष पूरा हो रहा है. सीएम योगी ने लगातार सबसे ज्यादा समय तक उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड बनाया है.''
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''छह वर्ष में उत्तर प्रदेश अब माफिया नहीं, महोत्सव का प्रदेश बन चुका है.''
यूपी भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष सफलतापूर्वक पूरा होने पर प्रदेश भर में अलग-अलग आयोजन किये जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छह वर्ष के कार्यकाल पर एक पुस्तिका और 'नई उड़ान-नई पहचान' व 'एक्सप्रेसवे प्रदेश' शीर्षक से एक पोस्टर का लोकार्पण किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''अपने युवाओं के बारे में एक बेहतरीन सोच को आगे बढ़ाने वाले राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश की पहचान हो रही है, जहां सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता और निजी क्षेत्र में ढेर सारी संभावना है.''
सीएम योगी ने कहा, ''उत्तर प्रदेश में परंपरागत जाति, मजहब, भ्रष्टाचार व परिवारवाद के नाम पर राजनीति हुआ करती थी, लेकिन उससे अलग हटकर प्रदेश की पहचान, उत्तर प्रदेश के अनुरूप असीम संभावना वाले प्रदेश के रूप में हो, उसके लिए हमारी पूरी टीम ने काम किया.''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''छह वर्ष में जो परिवर्तन हुआ वह परिवर्तन नये उत्तर प्रदेश की गाथा को सबके सामने रखता है. ये छह वर्ष उत्तर प्रदेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहे हैं. पूर्ण बहुमत की सरकार और सरकार की स्थिरता भाजपा ने परस्पर समन्वय व संवाद से प्राप्त की.''
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''छह वर्ष में तीन वर्ष वैश्विक महामारी से लड़ते व्यतीत हुए और उसी में से हमने राह भी निकाली. उत्तर प्रदेश ने अनेक उपलब्धियां हासिल कीं. कहा जाता था कि उत्तर प्रदेश में विकास नहीं हो सकता, वह आज प्रधानमंत्री की प्रेरणा से नंबर एक की दौड़ में है और यह यात्रा को आगे बढ़ा रहा है.''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''यह वही उत्तर प्रदेश है जिसके बारे में सोच थी कि वहां तो परिवारवाद है, वहां तो भ्रष्टाचार है, वहां हर दूसरे-तीसरे दिन एक दंगा होता है.''
दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार जताते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि उनके मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने देश और दुनिया में एक नई पहचान बनाई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार के छह साल के शासन के दौरान प्रदेश ने आधारभूत ढांचा मजबूत किया और उस धारणा को तोड़ा कि यहां ‘हर दूसरे-तीसरे दिन दंगा’ होता है.
उत्तर प्रदेश पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, इन मुठभेड़ में 13 पुलिस अधिकारी ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए, जबकि 1,428 अधिकारी घायल हो गए.
उत्तर प्रदेश पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, 20 मार्च 2017 से 15 मार्च 2023 के बीच पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में 178 खूंखार अपराधी मारे गए हैं और 4,947 घायल हुए हैं.
आईपीएस के पूर्व अधिकारी से राजनेता बने असीम अरुण ने यह भी कहा कि अखिलेश यादव की यह टिप्पणी कि मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मी 'भविष्य में जेल जाएंगे' उनके द्वारा बल का मनोबल गिराने का एक और प्रयास है.
असीम अरुण ने अखिलेश पर आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के शासन में राज्य पुलिस का मनोबल चरमरा गया था, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पुलिस गोलियों का जवाब गोलियों से दे रही है.
असीम अरुण ने कहा कि चाहे आजम खां हों या उनके बेटे अब्दुल्ला आजम, हर मामला कड़ी कानूनी प्रक्रिया से गुजरा है. अखिलेश यादव ने BJP पर विपक्षी दलों के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाकर उन्हें अयोग्य ठहराने का आरोप लगाया है.
BJP नेता ने कहा, ‘‘यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सभी जानते हैं कि राहुल गांधी ने क्या कहा था. क्या आपको लगता है कि यह मानहानि के बराबर है? मुझे इसका जवाब ‘हां’ लगता है, इससे मानहानि हुई है.”
असीम अरुण ने कहा, ‘‘सैनी के खिलाफ एक आपराधिक मामला था और वह इसमें दोषी पाए गए थे. उनकी सीट खाली हो गई और उस पर उपचुनाव हुआ.’’
उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा कि खतौली से दो बार के विधायक विक्रम सैनी को 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े एक मामले में अदालत द्वारा दो साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद 2022 में विधायक के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के विपक्षी नेताओं पर झूठे मामले दर्ज करने के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा नेता असीम अरुण ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा के एक सदस्य को सजा के बाद पिछले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा की सदस्यता से हाथ धोना पड़ा था.
उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने शनिवार को कहा कि कानून का शासन हर किसी पर लागू होता है, चाहे वह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी हों, समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां हों या बीजेपी का ही कोई नेता क्यों न हो.
भाकपा ने योगी सरकार की दूसरी पारी के शुरुआती एक साल को बुल्डोजरशाही का साल कहा है. आज जारी एक बयान में भाकपा के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने शुरुआती एक साल को बुल्डोजरशाही करार देते हुए कहा कि प्रदेश में विकास कागजों पर ज्यादा हुआ है और निवेश दिखाने के लिए आंकड़ों की बाजीगरी की गई है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा, ‘‘प्रदेश में विकास के नाम पर सिर्फ स्थानों के नाम बदलना, इमारतों के रंग बदलना ही विकास ही योगी सरकार की उपलब्धियां रही हैं. जबकि प्रदेश में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, घोटाले अपने चरमोत्कर्ष पर हैं. भर्तियों के नाम पर युवाओं के साथ धोखा सिर्फ धोखा हुआ है.’’ उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूरी तरह से भय, घृणा और नफरत का माहौल व्याप्त है. प्रशासन के सामने मां और बेटी को जिंदा जलाया जा रहा है.
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा का कभी भी लोकतंत्र पर विश्वास नहीं रहा यही कारण है कि विपक्षी दलों के नेताओं को येन-केन-प्रकारेण कुचलने में जुटी रही, जिसे प्रदेश की जनता कभी नहीं भूलेगी और इसका खामियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ेगा.
कांग्रेस द्वारा जारी एक बयान में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि योगी सरकार का लगातार छह साल प्रदेश में विकास, सुशासन, किसानों, नौजवानों, महिलाओं, छात्रों, श्रमिकों, गरीब, कमजोर, शोषित एवं सर्वहारा वर्ग के लिए अभिशाप के रूप में जाना जायेगा. उन्होंने कहा, इतना ही नहीं योगी सरकार संवैधानिक मूल्यों और कानून का राज कायम रखना तो दूर एक नया तंत्र- बुल्डोजर तंत्र का इजाद कर लोकतंत्र और संविधान की मर्यादा को भी धूल धूसरित करने का कार्य किया है.
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि दलित, पिछड़ा अल्पसंख्यक और महिला उत्पीड़न के बढ़ते ग्राफ प्रदेश की योगी सरकार की पिछले छह साल की उपलब्धियां हैं.
बसपा प्रमुख ने कहा, ‘‘'चाहे विकास, रोजगार, कानून का राज या एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज आदि का मामला हो, इनको लेकर सरकार द्वारा 'यूपी खुशहाल' का किया जा रहा दावा अधिकतर कागजी व हवा-हवाई ही है. सरकार राजनीतिक व जातिवादी द्वेष एवं साम्प्रदायिक रवैयों आदि को त्यागकर वास्तविक जनहित व जनकल्याण पर ध्यान दे.’’
बसपा अध्यक्ष मायावती ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘यूपी में भाजपा की डबल इंजन सरकार के छह साल पूरे होने को लेकर महंगे व खर्चीले प्रसार-प्रचार के माध्यम से जो बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. उनका जमीनी हकीकत से अगर सही का वास्ता होता तो उचित होता. लेकिन ऐसा नहीं होने से करोड़ों गरीब व पिछड़ी जनता में उत्साह कम व मायूसी ज्यादा.'
सपा ने एक अन्य ट्वीट में दो करोड़ टैबलेट व स्मार्टफोन बांटने व प्रदेश की सभी विभागीय रिक्तियां भरने और काशी, मेरठ, गोरखपुर, बरेली, झांसी और प्रयागराज में मेट्रो का वादा भी अधूरा बताया है.
सपा ने एक अन्य ट्वीट में दो करोड़ टैबलेट व स्मार्टफोन बांटने व प्रदेश की सभी विभागीय रिक्तियां भरने और काशी, मेरठ, गोरखपुर, बरेली, झांसी और प्रयागराज में मेट्रो का वादा भी अधूरा बताया है.
सपा ने ‘छह साल पूरे-योगी के वादे अधूरे’ हैश टैग के साथ सिलसिलेवार ट्वीट में भाजपा द्वारा की गयी घोषणाओं को अधूरा बताया है. सपा ने कहा, ‘‘हर परिवार में कम से कम एक रोजगार या स्वरोजगार का अवसर देने का वादा अधूरा--सभी निर्माण श्रमिकों के मुफ्त जीवन बीमा का वादा अधूरा.’’
उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विरोधी दल व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डबल इंजन (केन्द्र और प्रदेश) की सरकारों से उनके 17 बजट का हिसाब मांगा है. सपा ने अखिलेश यादव का दिल्ली में दिए गए बयान का एक हिस्सा ट्वीट किया है, ‘‘इनका एक साल का कार्यकाल मत गिनिए. उत्तर प्रदेश में यह सातवां बजट लाए हैं. तो यह सात बजट का हिसाब किताब दें.’’ इसी ट्वीट में आगे कहा है, ‘‘दिल्ली की सरकार (केन्द्र) के 10 बजट हो गए. 10 और सात मिलाकर 17 बजट हो गए, भाजपा के लोग 17 बजट का हिसाब किताब दें.’’
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नीत भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस समेत अन्य दलों ने तीखी आलोचना की है.
इस सर्वे के अनुसार पूर्वांचल की 26 सीटों के आंकड़े चौंका रहे हैं, यहां की जनता को फिर से बीजेपी पर भरोसा है. पूर्वांचल में बीजेपी प्लस को 18-23, सपा प्लास को 01-03, बीएसपी को 00-01, कांग्रेस को 00- 00 सीट मिलती हुई दिखाई गई है.
पूर्वांचल में कुल सीटें- 26
बीजेपी+ - 18/23
एसपी+ - 01/03
बीएसपी- 00/01
कांग्रेस- 00/00
अन्य- 00/00
इस सर्वे के अनुसार लोकसभा चुनाव में अवधी की कुल 23 सीटों में से बीजेपी प्लस को 18- 23, सपा प्लस को 00-01, बीएसपी को 00-01, कांग्रेस को 01/02 सीटें मिलती हुई दिखाई दे रही हैं.
अवध में कुल सीटें- 23
बीजेपी+ - 18/23
एसपी+ - 00/01
बीएसपी - 00/01
कांग्रेस - 01/02
अन्य - 00/00
बीजेपी पल्स- 3/4
एसपी पल्स- 00/01
बीएसपी- 00/01
कांग्रेस- 00/00
अन्य- 00/00
वहीं साल 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 सीटों के गणित पर नजर डालें तो इसमें बीजेपी प्लस को 64 सीटों पर जीत मिली थी. इसके साथ ही बसपा को 10, सपा-रालोद को 5 और कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी. वहीं वोट शेयर की बात करें तो साल 2022 के विधानसभा चुनाव में यूपी की 80 लोकसभा पर बीजेपी को 43.8 प्रतिशत, सपा प्लस को 36.7 प्रतिशत, बसपा को 12.9 प्रतिशत और कांग्रेस को 2.3 प्रतिशत वोट मिला था.
इस सर्वे में यूपी की 80 लोकसभा सीटों को लेकर भी जनता का मूड जाना गया है. जिसमें प्रदेश की 80 सीटों में से बीजेपी प्लस को 67-73, सपा प्लस को 3-6, बीएसपी को 0-4, कांग्रेस को 1-2 सीट मिलती हुई दिख रही है. इसके साथ ही प्रदेश की में बीजेपी प्लस को 63 प्रतिशत, सपा प्लस को 19 प्रतिशत, बीएसपी को 11 प्रतिशत, कांग्रेस को 4 प्रतिशत और अन्य के खाते में 3 प्रतिशत वोट हैं.
एबीपी के लिए Matrize द्वारा किए गए सर्व में लोकसभा चुनाव में यूपी के पूर्वांचल रीजन की 26 लोकसभा सीटों को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े आए हैं. जिसमें बीजेपी प्लस को 18-23, सपा प्लस को 1-3, बीएसपी को 0-1, कांग्रेस 0-0, अन्य 0-0 सीट मिलते हुए दिखाया गया है.
सर्वे में पाया गया है कि यूपी की जनता अवध की 23 सीटों में से 18 से लेकर सभी 23 सीटों पर बीजेपी को देखना चाहती है. वहीं, आंकड़े कह रहे हैं कि कांग्रेस को एक से दो सीटें मिलतीं. इसके अलावा, सपा और बसपा को शून्य से एक सीट ही मिलती.
एबीपी के लिए Matrize द्वारा किए गए सर्व में खुलासा हुआ है कि अगर आज लोकसभा चुनाव होते, तो बुंदेलखंड की चार सीटों में से 3-4 सीटों पर जनता बीजेपी प्लस को जिताती. वहीं, शून्य से एक सीट सपा प्लस के खाते में और शून्य से एक सीट मायावती की बसपा को मिलती.
सर्वे में पाया गया है कि पश्चिमी यूपी की 27 लोकसभा सीटों में जनता बीजेपी प्लस को 18 से 23 सीटों पर देखना चाहती है. वहीं, समाजवादी पार्टी के लिए 2 से 5 सीटें ही हैं. बड़ी बात यह है कि इस सर्वे में वेस्टर्न यूपी में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि लगभग 2022 के चुनाव के मिलता-जुलता आंकड़ा ही सर्वे का है. अलग-अलग विपक्ष बंटा हुआ है. ऐसे तो विपक्ष बीजेपी से नहीं लड़ सकता. अति पिछड़े वर्ग को कांग्रेस, बसपा और सपा ने धोखा दिया. ऐसे में 38 प्रतिशत अति पिछड़ा वर्ग ने बीजेपी को वोट दिया. आगे भी देगा. ऐसा कौन सा काम विपक्षी दलों ने पिछड़े वर्ग के लिए किया है, जिसकी वजह से वह लोग बीजेपी छोड़कर इनके पास आएंगे? ओपी राजभर का कहना है कि हम किसी पर हमलावर नहीं होते हैं, मुद्दों पर लड़ाई लड़ते हैं.
योगी आदित्यनाथ- 42 प्रतिशत
कल्याण सिंह- 17 प्रतिशत
मायावती- 15 प्रतिशत
इस सर्वे में केंद्र सरकार और पीएम मोदी के कामकाज के बारे में भी लोगों ने राय दी है. जिसमें केंद्र सरकार का कामकाज को लेकर 37% लोगों ने बहुत बेहतर, 41% लोगों ने संतोषजनक और 22% लोगों ने बेहद खराब बताया है. वहीं पीएम मोदी के कामकाज को लेकर 52% ने बहुत बेहतर, 32% ने संतोषजनक और 16% ने बेहद खराब बताया है.
इस सर्वे में यूपी सीएम के कामकाज के बारे में भी लोगों की राय ली गई है, जिसमें 52% लोगों ने बहुत बेहतर, 27% लोग ने संतोषजनक और 21% लोगों ने बेहद खराब बताया है.
इस सर्वे में यूपी में बुलडोजर एक्शन के बारे में भी लोगों की राय ली गई है. जिसमें 54% लगों ने इसे माफिया के खिलाफ कारगर बताया है. इसके साथ ही 31% प्रतिशत लोगों ने कुछ हद तक कारगर और 15% लोगों ने सिर्फ प्रचार का तरीका कहा है.
पूरी तरह सहमत-19%
कुछ हद तक सहमत-27%
पूरी तरह असहमत-49%
पता नहीं -5%
राहुल गांधी की सजा को लेकर 43 प्रतिशत लोगों ने माना कि सदस्यता खत्म होना सही है. इसके साथ ही 31 प्रतिशत लोगों ने कहा कि बयान गलत लेकिन सदस्यता रहनी चाहिए. वहीं 22 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सजा से असहमत हैं और उन्होंने कहा कि राजनीति हुई है. वहीं 4 प्रतिशित लोगों ने को इसके बारे में पता नहीं है.
उत्तर प्रदेश के बुंदलेखंड, अवध, पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ प्रदेश की 403 विधानभा सीटों पर सर्वे किया गया है. इस सर्वे में जनता की राय ली गई है और जनता से सवाल पूछे गए थे.
बैकग्राउंड
Atiq Ahmed News Highlights: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार के छह साल के शासन के दौरान प्रदेश ने आधारभूत ढांचा मजबूत किया और उस गलत धारणा को तोड़ा कि यहां ‘हर दूसरे-तीसरे दिन दंगा’ होता है. प्रदेश में आदित्यनाथ नीत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का शनिवार को एक वर्ष पूरा कर लिया. सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार जताते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि उनके मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने देश और दुनिया में एक नई पहचान बनाई है. उन्होंने कहा, ''छह वर्ष में उत्तर प्रदेश अब माफिया नहीं, महोत्सव का प्रदेश बन चुका है.''
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी की एक सभा में अपने संबोधन में कहा था, ''उत्तर प्रदेश आज विकास के हर क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है. 25 मार्च को सीएम योगी की दूसरी पारी का एक वर्ष पूरा हो रहा है. योगी जी ने लगातार सबसे ज्यादा समय तक उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड बनाया है.'' लोक भवन के सभागार में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए सीएम आदित्यनाथ ने कहा, “छह वर्ष में तीन वर्ष वैश्विक महामारी से लड़ते व्यतीत हुए और उसी में से हमने राह भी निकाली. उत्तर प्रदेश ने अनेक उपलब्धियां हासिल कीं. कहा जाता था कि उत्तर प्रदेश में विकास नहीं हो सकता, वह आज प्रधानमंत्री की प्रेरणा से नंबर एक की दौड़ में है और यह यात्रा को आगे बढ़ा रहा है.”
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी व प्रदेश संगठन महासचिव धर्मपाल समेत कई प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने कहा, “छह वर्ष में जो परिवर्तन हुआ वह परिवर्तन नये उत्तर प्रदेश की गाथा को सबके सामने रखता है. ये छह वर्ष उत्तर प्रदेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहे हैं. पूर्ण बहुमत की सरकार और सरकार की स्थिरता भाजपा ने परस्पर समन्वय व संवाद से प्राप्त की.” विपक्षी दलों पर हमला करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में परंपरागत रूप से जाति, मजहब, भ्रष्टाचार व परिवारवाद के नाम पर राजनीति हुआ करती थी, लेकिन उससे अलग हटकर प्रदेश की पहचान, उत्तर प्रदेश के अनुरूप असीम संभावना वाले प्रदेश के रूप में बढ़ाने के लिए 10 सेक्टर चिह्नित किये, उसके लिए हमारी पूरी टीम ने काम किया.”
मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह वही उत्तर प्रदेश है जिसके बारे में सोच थी कि वहां तो परिवारवाद है, वहां तो भ्रष्टाचार है, वहां हर दूसरे-तीसरे दिन एक दंगा होता है.' उन्होंने दावा किया, 'छह वर्ष में उत्तर प्रदेश दंगा मुक्त हुआ और अपने आधारभूत ढांचे को मजबूत किया.' सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए आदित्यनाथ ने कहा, ''आज एक करोड़ से अधिक निराश्रित महिलाओं, वृद्धावस्था पेंशन पाने वाली महिलाओं, दिव्यांगजनों को 12 हजार रुपये मासिक पेंशन उत्तर प्रदेश प्रदान कर रहा है.'' उन्होंने कहा, ''यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां तमाम अभिभावक इस बात के लिए चिंतित होते थे कि बिटिया का विवाह कैसे करेंगे, उसे कैसे पढ़ाएंगे. आज 14 लाख बेटियां मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से लाभान्वित हुईं. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत सवा दो लाख बेटियों का विवाह संपन्न हुआ.''
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