Dev Deepawali 2024: अलीगढ़ का गिलहराज मंदिर अपनी अपार शक्तियों के लिए जाना जाता है. इस मंदिर पर हर रोज तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. देव दीपावली के आयोजन के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर अपने मनोरथ की कामना करते हैं. इस विशेष पूजा अर्चना का काफी महत्व माना जाता है. गिलहराज मंदिर पर दर्जनों समाजसेवी संस्थाओं व  मंदिर परिवार की ओर से देव दीपावली को मनाने के लिए मंदिर को भव्य तरीके से दीपकों से सजाया गया. इस दौरान 1लाख 11 हजार एक सौ 11 दीपों से भव्य आरती की गई. इस गिलहराज मंदिर की अपार शक्तियों को लेकर यहां भक्तों का तांता हर रोज लगता है.


बताया जाता है कि इस मंदिर में स्वयं हनुमान जी गिलहरी के रूप में विराजमान है. यही कारण है इस मंदिर को लेकर तमाम प्राचीन कहावतें हैं. इस मंदिर को लेकर बताया जाता है यह मंदिर अपनी अपार शक्तियों को लेकर प्रसिद्ध है. कई सौ साल पुराने इस मंदिर के इतिहास को लेकर कई कहानियां भी प्रचलित है. इस मंदिर के आसपास अचल सरोवर के बने होने से यह मंदिर और भी ज्यादा आलीशान लगता है. इस मंदिर के रखरखाव के लिए करोड़ों रुपए स्मार्ट सिटी के तहत खर्च किए गए हैं जिसको लेकर इस मंदिर का सौंदर्यरीकरण भी किया गया है.


हजारों की संख्या में श्रद्धालु रहे उपस्थित
योगी कौशल नाथ के द्वारा बताया गया आज उन्नीसवां देव दीपावली महोत्सव अचल सरोवर पर मनाया गया. गिलहराज जी मंदिर परिवार द्वारा 1 लाख11 हजार 111 दीपकों के द्वारा महा आरती बाबा महाकाल की गई है. मंदिर परिवार के हमारे सर्वश्री सीताराम जी सरकार के सांनिध्य में हमने ये आयोजन किया है और इसमें लगभग 21 समाज सेवी संस्थाओं ने इस सेवा कार्य को किया है, और हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहाँ उपस्थित हैं. 


सांस्कृतिक कार्यक्रम से संध्या का आरंभ हुआ श्रीराम जी की पालकी बाबा महाकाल का आगमन, उसके उपरांत महाआरती दीपोत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम की एक लंबी श्रृंखला चली. हजारों की संख्या में श्रद्धालु अभी भी देर रात तक यहाँ उपस्थित रहे.


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