Ayodhya News: राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या का विकास जारी, AI की भी ली जाएगी मदद
UP News: राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ अयोध्या का विकास भी जारी है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से अयोध्या वासियों और पर्यटकों की जरूरतें पूरी की जाएंगी.
Ayodhya News: राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ पूरी अयोध्या का भी विकास हो रहा है. अयोध्या का समग्र विकास कैसे हो इस पर सभी लोगों के निगाहें हैं. अयोध्या में रहने वाले लोगों के साथ-साथ अयोध्या में आने वाले लोगों की जरूरत को कैसे पूरा किया जा सके, इसके लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण ने एक नई पहल की है. अयोध्या विकास प्राधिकरण और अराहास टेक्नोलॉजी के बीच सस्टेनेबल सिटी इंडेक्स प्लेटफॉर्म बनाने के लिए एक करार हुआ है. इस करार का एक मुख्य उद्देश्य अयोध्या को वैदिक आत्मनिर्भर (सस्टेनेबल) शहर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाना है.
इस एमओयू के मुताबिक अयोध्या शहर के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए और जरूरत के अनुरूप सरकारी संस्थाओं को फैसले लेते हुए वैदिक सिटी अयोध्या में सस्टेनेबल इंडेक्स प्लेटफार्म की मदद से ये काम किया जाएगा. अयोध्या विकास प्राधिकरण और अराहस टेक्नोलॉजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से और डाटा विश्लेषण की सहायता से अयोध्या शहर के सस्टेनेबिलिटी लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए काम करेगी. अयोध्या विकास प्राधिकरण को अयोध्या के अनुशासित विकास के लिए भी रूपरेखा तय करने में सहायता करेगी. दोनों संस्थानों का ये संयुक्त प्रयास अयोध्या शहर को अनूठी चुनौतियों से निपटने के लिए एक निश्चित दिशा प्रदान करेगा.
एआई की मदद से होगा अयोध्या का विकास
एआई की मदद से अयोध्या के पर्यावरण, सामाजिक और आर्थिक गतिशीलता में अंदर की जानकारी के साथ-साथ इस प्लेटफॉर्म की मदद से रियल टाइम में निकायों को समय-समय पर विकास की प्रगति की निगरानी करने, मानक निर्धारित करने और अनुकूली, सस्टेनेबल नीतियां बनाने में सहायता करेंगे. जानकारी के मुताबिक करीब 24.70 लाख की आबादी वाले शहर अयोध्या में दिनों दिन बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने से अयोध्या में संसाधनों पर दबाव बढ़ेगा और इसके लिए वैदिक सस्टेनेबल सिटी इंडेक्स इन चुनौतियों के लिए एक संरचित समाधान के रूप में कार्य करता है, जो पर्यावरण, सामाजिक, आर्थिक और प्रशासनिक कारकों सहित विभिन्न आयामों में स्थिरता का आकलन करने के लिए एक व्यापक रूपरेखा प्रदान करेगा.
अयोध्या विकास प्राधिकरण के दृष्टिकोण के तहत इस ऐतिहासिक शहर के विकास के लिए समकालीन सस्टेनेबल प्रक्रियाओं के साथ प्राचीन ज्ञान का बेहतर तालमेल होना चाहिए. वैदिक सस्टेनेबल सिटी इंडेक्स का उद्देश्य शहर की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और पुनर्जीवित करना, आध्यात्मिक और समग्र कल्याण को बढ़ावा देना, पर्यावरणीय प्रबंधन को बढ़ावा देना और नैतिक परंपराओं तथा प्रक्रियाओं के माध्यम से आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देना है.
वैदिक सस्टेनेबल सिटी इंडेक्स पर जोर
अयोध्या के नगर आयुक्त और अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह के मुताबिक वैदिक सस्टेनेबल सिटी इंडेक्स अयोध्या के लिए एक दूरदर्शी भविष्य की उद्घोषणा करता है, जो परंपरा और आधुनिकता का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण पेश करता है. अयोध्या विकास प्राधिकरण वैदिक सिद्धांतों पर आधारित शहर के विकास की कल्पना करता है, इसके निवासियों की भलाई के लिए कार्य करेगा.
उन्होंने कहा कि अराहास टेक्नोलॉजी के साथ यह रणनीतिक साझेदारी हमारे दृष्टिकोण को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. प्लेटफार्म की क्षमताएं, अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा समर्थित समन्वित दृष्टिकोण के साथ मिलकर, हमें शहरी चुनौतियों को प्रभावी ढंग से संबोधित करने के लिए सशक्त बनाएगी. वैदिक सस्टेनेबल सिटी इंडेक्स, अयोध्या को ऐसा पहला मंदिर शहर बनाने की अपेक्षा रखता है जो कि एक मॉडल के रूप में अपने SDG सूचकांकों को सक्रिय रूप से रिपोर्ट करेगा.
तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि और सस्टेनेबल सिटी इंडेक्सेज के लिए एक स्ट्रक्चर्ड ट्रैकिंग सिस्टम न होने की दिशा में अयोध्या के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए इस तरह के एक व्यवस्थित दृष्टिकोण की आवश्यकता है. वैदिक सस्टेनेबल सिटी इंडेक्स प्लेटफॉर्म इन सभी चुनौतियों का समाधान करने के लिए तैयार है, जो अन्य शहरों के सफल मॉडलों के आधार पर अयोध्या की सस्टेनेबिलिटी को बढ़ाने के लिए मूल्यवान आंतरिक जानकारी और अवसर प्रदान करता है.
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