अयोध्या. अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है. अब कोरोना काल में अयोध्या का सुप्रसिद्ध रामनवमी मेला प्रशासन ने निरस्त कर दिया था और उसके बाद फिर सावन झूला मेला पर भी रोक लगा दी गई. इस दरमियान लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या में होते थे लेकिन कोरोना काल की वजह से मार्च महीने से अगस्त तक श्रद्धालुओं की आमद ना के बराबर रही, लेकिन राम जन्मभूमि पर प्रधानमंत्री के द्वारा 5 अगस्त को राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद अब अयोध्या की रौनक दोबारा से वापस आ गई है. श्रद्धालुओं की आमद अयोध्या में दिखने लगी है.


श्रद्धालुओं पर आश्रित रहने वाली अयोध्या की अर्थव्यवस्था एक बार फिर पटरी पर आने लगी है. मठ मंदिरों के बाहर प्रसाद की दुकान लगाने वाले व्यवसायियों ने बताया कि भूमि पूजन के बाद से अयोध्या की रौनक बढ़ी है, श्रद्धालु आ रहे हैं और तीन महीने तक आर्थिक दंश झेलने वाले दुकानदारों के लिए राहत हुई है. अब रामलला के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ है तो रामलला समेत अयोध्या के सभी प्राचीन मंदिरों में भी श्रद्धालुओं आ रहे हैं और दर्शन पूजन कर रहे हैं.


मंदिर निर्माण की तैयारियां देखने आ रहे हैं श्रद्धालु


राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद दूर दराज से श्रद्धालुओं ने भी अयोध्या का रुख किया है तो अब राम भक्तों यह भी जानना चाहते हैं कि उनके आराध्य का मंदिर किस तरीके से निर्माण हो रहा है किस तरीके की तैयारियां हैं अपने मन की दशा को राम के प्रति समर्पित करते हुए श्रद्धालु लगातार अयोध्या की तरफ रुख किए हुए हैं और अयोध्या आकर अपने आराध्य के मंदिर निर्माण की तैयारियों कुछ देखना चाहते हैं. समझना चाहते हैं कि लगातार अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ है.


गाजीपुर से अयोध्या पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद से ही लोगों के मन में भाव है कि राम मंदिर के निर्माण की तैयारियां देखी जाएं 500 वर्षों की प्रतीक्षा खत्म हुई है. स्वयं प्रधानमंत्री ने राम मंदिर की आधारशिला रखी है तो ऐसे में अब श्रद्धालुओं का आना नियमित जारी रहेगा अभी तो लोगों की संख्या कम है, जिस दिन मंदिर निर्माण युद्धस्तर पर शुरू होगा उस दिन अयोध्या की गलियों में राम भक्तों और श्रद्धालु भरे रहेंगे.


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