बाबा के भक्तों को सीएम योगी ने दिया तोहफा, काशी विश्वनाथ में महादेव के दर्शन हो सकेंगे ऑनलाइन
देश में लंबे चले लॉकडाउन के दौरान तमाम धर्म स्थल बंद रहे. काशी विश्वनाथ के पट भी इस दौरान नहीं खुले. इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा के भक्तों को अब बड़ी सहूलियत दी है.
वाराणसी.नितीश कुमार पाण्डेय. बाबा के धाम यानी काशी में आठ जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना दौरा किया. लगभग सवा दो महीने बाद सीएम बाबा के दरबार में थे. भोलेनाथ से आशीर्वाद मांगकर सीएम ने विश्वनाथ मन्दिर में ऑनलाइन दर्शन और पूजन का उद्घाटन किया. इसके माध्यम से अब देश विदेश में रह रहे भक्त महादेव की ऑनलाइन पूजा-अर्चन कर सकेंगे. दर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के कार्यों की प्रगति का जायजा लिया. और कबीरचौरा अस्पताल की ओर चल पड़े. उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया. कोविड 19 ट्रू नेट लैब का उद्घाटनकिया। मुख्यमंत्री सोमवार को काशी में थे तो इन्होंने पहले अपने पार्टी के पदाधिकारी जनों के साथ बैठक की और उसके बाद अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इसके बाद मुख्यमंत्री वाराणसी से रवाना हुए.
वाराणसी दौरे पर मुख्यमंत्री की भक्ति कहते हैं कि भोले संसार के सभी दुःख हर लेते हैं चूंकि यूपी के मुखिया वाराणसी में थे, लिहाजा वो खुद को भी महादेव के दरबार में जाने से रोक नहीं पाए मुख्यमंत्री ने बाबा को प्रणाम कर उनसे आशीर्वाद मांगा.
मुख्यमंत्री ने किया ऑनलाइन पूजा का उद्घाटन लंबे समय से भक्तों की मांग को मुख्यमंत्री ने काशी में ऑनलाइन पूजा का उद्घाटन करके शुरू किया. अब भक्त देश-विदेश में रहकर ऑनलाइन पूजन अर्चन करने के साथ महामृत्युंजय जप और रुद्राभिषेक भी कर सकेंगे.
मुख्यमंत्री ने जानी अस्पताल सेवा की हकीकत दिया तोहफा मुख्यमंत्री कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल पहुंचे और व्यवस्था का हाल जानकर कोविड-19 ट्रू नेट लैब का उद्घाटन कर काशी को तोहफा दिया और अधिकारियों को कोविड 19 की तैयारियों को चैलेंज के तौर पर लेने का संदेश दिया.
दौरे की शुरआत में बैठक और अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले काशी से रवाना हुए मुख्यमंत्री सीएम योगी अपने ताबड़तोड़ दौरे पर थे. सीएम पहले आजमगढ़ पहुंचे थे, उसके बाद वाराणसी के पुलिसलाइन में सीएम का उड़न खटोला उतरा. सीएम सर्किट हाउस पहुंचे और जनप्रतिनिधियों सहित पार्टी के उच्च पदाधिकारियों के साथ बैठक की और व्यवस्था के साथ पार्टी का हाल जाना. इसके साथ ही दर्शन के बाद एक बार फिर से सर्किट हाउस पहुंचे और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। समीक्षा के बाद व्यवस्था चुस्त करने और किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने के संदेश के साथ रवाना हुये.
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