Dwarkadhish Temple: उत्तर प्रदेश के मथुरा का प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर आज से शुरू हो रहे पवित्र महीने 'श्रावण' के लिए पूरी तरह तैयार है. मंदिर में कोरोना वायरस के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इस अवधि के दौरान विभिन्न धार्मिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि बिना मास्क पहने किसी भी भक्त को मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा.


मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी राकेश तिवारी ने कहा कि भक्त भगवान कृष्ण और राधा को सोने और चांदी से बने तीन विशाल झूलों में देखेंगे. उन्होंने कहा कि दो झूले चांदी के बने हैं, जबकि तीसरा सोने से बना है.


"सख्ती से होगा कोविड गाइडलाइंस का पालन"
तिवारी ने कहा कि इस महीने के दौरान, मंदिर में फलों, पत्तियों, फूलों, कपड़ों आदि से बने झूलों को भी स्थापित किया जाता है और उन्हें विभिन्न अवसरों पर प्रदर्शित किया जाता है. अधिकारी ने ये भी बताया कि इन गतिविधियों के दौरान कोविड मानदंडों का कड़ाई से पालन किया जाएगा.


गौरतलब है कि द्वारकाधीश मंदिर मथुरा के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है. ये मंदिर पनी विस्तृत वास्तुकला और चित्रों के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है. वर्ष 1814 में इस मंदिर का निर्माण हुआ था. ये मंदिर यमुना नदी के किनारे बनाया गया है. दर्शन करने का समय सुबह 6:30 बजे से दोपहर के 10:30 तक और शाम 4:30 बजे से रात के 7 बजे तक है.


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