(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
आजमगढ़ विमान हादसे की जांच करेगा डीजीसीए, पायलट कोणार्क की मौत के बाद एकेडमी में शोक की लहर
आजमगढ़ में दर्दनाक विमान हादसे को लेकर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी के मीडिया प्रभारी राज किशोर द्विवेदी ने बताया कि कोणार्क शरण बहुत ही योग्य और दक्ष प्रशिक्षु थे. एकेडमी ने हादसे की जांच के आदेश डीजीसीए यूनिट को सौंप दी है.
रायबरेली: आजमगढ़ में दर्दनाक विमान हादसे में ट्रेनी पायलट की मौत के बाद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी फुर्सत गंज में शोक की लहर है. एकेडमी ने हादसे की जांच के आदेश डीजीसीए यूनिट को सौंप दी है. जल्द ही हादसे के कारणों का पता चलेगा. फिलहाल हादसे का कारण खराब मौसम माना जा रहा है. आजमगढ़ में हुए टीबी 20 विमान हादसे में ट्रेनी पायलट कोणार्क शरण की दर्दनाक मौत हो गई थी।. जिसके बाद फुर्सत गंज एकेडमी की टीम मौके पर पहुंची थी और घटनास्थल की जांच करके नियमानुसार कार्रवाई भी की थी.
होनहार पायलट थे कोणार्क शरण कोणार्क शरण हरियाणा के पलवल जिले के आजाद नगर के रहने वाले थे. उनकी गिनती एकेडमीके होनहार पायलट के रूप में होती थी. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी के मीडिया प्रभारी राज किशोर द्विवेदी ने बताया कि हमारे यहां जब पायलट दक्ष हो जाता है तब एकल चालन के लिए अधिकृत किया जाता है. कोणार्क शरण बहुत ही योग्य और दक्ष प्रशिक्षु थे. अभी तक किसी भी उड़ान में न तो उनके आत्मविश्वास में कभी कोई कमी देखी गई थी और न ही उन्होंने कोई गलती की थी. हादसा प्रथम दृष्टया खराब मौसम की वजह से हुआ था बाकी की जो भी चीजें होंगी वो डीजीसीए की यूनिट जांच में ही तय करेगी.
1999 में आए थे 2 टीबी 20 वायुयान हादसे में जो विमान क्रैश हुआ उसका नाम टीबी 20 था. विमान उड़ान एकेडमी में साल 1999 में सम्मिलित किया गया था. टीबी 20 को उड़ान एकेडमी का सबसे मजबूत और विश्वसनीय विमान माना जाता है. पूरे उड़ान एकेडमी में दो टीबी 20 विमान थे, जिसमें एक बीते 21 सितंबर को क्रैश हो गया और अभी भी एक विमान एकेडमी में मौजूद है.
राष्ट्रीय स्तर की है उड़ान एकेडमी हादसे का कारण खराब मेंटेनेंस या पायलट की दक्षता में संदेह के सवाल पर मीडिया प्रभारी ने कहा कि हमारी उड़ान एकेडमी राष्ट्रीय स्तर की है और यहां पर योग्य दक्ष इंजीनियरों से मेंटेनेंस का काम कराया जाता है, रही बात उड़ान दक्षता की तो हमारी गुणवत्ता विश्व स्तरीय है. एकल इंजन के सवाल पर उन्होंने कहा इस पर संदेह करना बेमानी है.
शोक में डूबे साथी प्रशिक्षु फिलहाल कोणार्क शरण की विमान हादसे में मौत के बाद पूरी उड़ान एकेडमी शोक में डूबी नजर आई. उड़ाने भी बंद रहीं. कोई भी प्रशिक्षु कैंपस में घूमता दिखाई नहीं दिया. सभी दुख से उबर नहीं पा रहे. फिलहाल जांच जारी है. हादसे के कारणों का पता जांच के बाद ही चल पाएगा.
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