धनतेरस पर खरीदारी का ही नहीं, दान का भी है महत्व, मिलते हैं चमत्कारिक लाभ
धनतेरस पर खरीदारी का ही नहीं बल्कि दान का भी महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि आती है।
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। धनतेरस को धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। धनतेरस दीपावली पर्व से ठीक दो दिन पूर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन मनाया जाता हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान धनवंतरी का जन्म हुआ था।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन नई वस्तु विशेषकर गहने और बर्तन खरीदने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि आती है। खरीदारी ही नहीं धनतेरस पर दान करने का भी विशेष महत्व होता है। चलिए आपको बताते हैं कि धनतेरस पर किन चीजों का दान करना बेहद शुभ माना जाता है।
मां लक्ष्मी को प्रिय है यह वस्तु
धनतेरस के दिन कई घरों में नई झाड़ू लाकर उसकी पूजा की जाती है। यदि आप ऐसे किसी शख्स को जानते हैं जो पैसों की तंगी से जूझ रहा है तो आप उसे झाड़ू खरीदकर दे सकते हैं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होंती हैं। झाड़ू का दान करने से दरिद्रता दूर होती है और परिवार में सुख शांति बनी रहती है।
अन्न दान का है खास महत्व
धनतेरस के शुभ अवसर पर गरीबों को घर बुलाकर आदर और सम्मान के साथ भोजन करवाना चाहिए। भोजन में चावल की खीर और पूड़ी विशेष रूप से शामिल करनी चाहिए। भोजन करवाने के बाद दक्षिणा भी अवश्य देनी चाहिए। ऐसा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
मिठाई का करें दान
धनतेरस के दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को नारियल और मिठाई का दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपके भंडार भी साल भर भरे रहते हैं। माना जाता है कि इस मिष्ठान के दान से दरिद्रता नहीं आती है।
वस्त्र दान
धनतेरस के दिन वस्त्र दान को महादान माना गया है। ऐसा करने से आपको विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। वस्त्र दान करने से घर सुख और समृद्धि आती है।
लोहे के दान का है महत्व
धनतेरस के दिन सोने-चांदी का सामान खरीदना शुभ माना जाता है। खरीदरी के साथ-साथ इस दिन आपको लोहे की धातु से बनी कोई भी वस्तु दान भी करनी चाहिए। लोहा दान करने से दुर्भाग्य चला जाता है और आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है।