Dhanteras 2024: देशभर में आज धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन आभूषण, वस्त्र, बर्तन, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खरीदने की परंपरा है. जिससे पूरे साल परिवार में सुख समृद्धि बनी रहे. इसी क्रम में धनतेरस से ही काशी में स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा के स्वरूप का दर्शन भी भक्तों को प्राप्त होता है.


इस बार प्रकाश पर्व दीपावली के धनतेरस 29 अक्टूबर से स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का दर्शन प्राप्त हो रहा है. साथ ही सुख समृद्धि रूपी आशीर्वाद के तौर पर खजाने का भी वितरण किया जा रहा है. देर रात से ही भक्त कतार में लगकर मां के दर्शन के लिए उत्सुक दिखाई दे रहे हैं.


धनतेरस के दिन होता है मां के अन्नपूर्णा के स्वरूप का दर्शन
काशी के बारे में कहा जाता है सात वार नौ त्यौहार. साल के 365 दिन यहां कोई ना कोई त्यौहार का आयोजन होता है. काशी एक ऐसी नगरी है जहां पर दीपावली धनतेरस से भक्तों में आशीर्वाद के रूप में खजाने का वितरण होता है. सनातन शास्त्रों में इस बात का वर्णन है कि सृष्टि में त्राहि त्राहि मचने पर भगवान शंकर ने मां अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी. माता अन्नपूर्णा को संपूर्ण विश्व के पालनहार भरण पोषण के लिए जाना जाता है.  


प्रत्येक वर्ष धनतेरस के दिन श्री अन्नपूर्णा मंदिर में स्वर्णमयी माता अन्नपूर्णा के स्वरूप का दर्शन होता है. इस दौरान लावा - सिक्का के रूप में भक्तों को खजाना रूपी आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. आज प्रातः काल से ही मंदिर के कपाट खुल चुके हैं. कतार में लगे भक्त दर्शन करने के लिए उमड़ रहे हैं.


बांसफाटक से मिल रहा है भक्तों को प्रवेश
देर रात से ही श्रद्धालु कतार में लगकर माँ अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रद्धालुओं को काशी के बांसफाटक मार्ग से होते हुए अन्नपूर्णा मंदिर में प्रवेश कराया जा रहा है. आज प्रातः 5:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक भक्तों को दर्शन प्राप्त होंगे. श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट द्वारा 250 से अधिक जवानों की तैनाती मंदिर मार्ग और मंदिर में किया गया है. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे से भी हर संदिग्ध व्यक्ति वस्तु पर नजर रखी जा रही है.


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