धनतेरस का पर्व खरीदारी के लिये शुभ माना जाता है। दिवाली से दो दिन पहले यह मनाया जाता है। इस दिन से ही दिवाली की शुरुआत हो जाती है। समुद्र मंथन के दौरान धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे। आयुर्वेद के साथ अवतरण होने के कारण ही भगवान धनवतंरी को औषधि का जनक भी कहा जाता है। धनतेरस के दिन धन के देवता भगवान कुबेर की भी पूजा की जाती है। भगवान कुबेर को लक्ष्मी जी का खजांची कहा जाता है। धनतेरस वाले दिन खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे साल भर आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है।
धनतेरस के दिन देश के अलग अलग हिस्से में कुछ टोटके आजमाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये आर्थिक स्थिति के बारे में बहुत कुछ संकेत देते हैं। धनतेरस के दिन पांच रुपए का साबुत धनिया खरीदें और इसे पूजा घर में रख दें। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते समय इस धनिया को चढ़ाएं। अगले दिन सुबह आप इस धनिया को गमले या बागीचे में बिखेर दें। इस धनिया से निकलने वाला पौधा बताएगा कि आने वाले साल में आपकी आर्थिक स्थिति कैसी रहेगी?
धनिया का पौधा हरा-भरा होने के बावजूद पतला हो तो यह आपके सामान्य आय का संकेत देता है। वहीं अगर पौधा पीला निकलता है तो हो सकता है आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़े।