Dharchula News: धारचूला (Dharchula) के एलधारा में निर्माण कार्य न होने से गुस्साए लोगों ने नेशनल हाईवे को आधे घंटे के लिए बंद कर आक्रोश व्यक्त किया. इस दौरान नेशनल हाईवे में काफी लंबा जाम लगा रहा. दर्जनों वाहन जाम में फसें रहे, जिससे आवाजाही कर रहे राहगीरों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा. बता दें कि 28 जुलाई 2021 को एलधारा के पहाड़ी से भारी मलबा और बोल्डर गिरने से कई मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गए थे. 


धारचूला के ग्वालगाव वार्ड के अंतर्गत आपदाग्रस्त एलधारा तड़कोट और मल्ली बाजार क्षेत्र में निर्माण कार्य नहीं होने से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने आपदा संघर्ष समिति के अध्यक्ष नेत्र सिंह कुंवर के नेतृत्व में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत टनकपुर तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग के आपदाग्रस्त एलधारा में एक घण्टे से अधिक समय तक चक्का जाम लगाकर नाराजगी जताई. निर्माण कार्य शुरू नहीं होने को लेकर शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.


आंदोलन की चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन सतर्क
चक्का जाम की सूचना पर एसडीएम दिवेश शासनी मौके पर पहुंचे. उन्होंने आंदोलनकारियों को प्रशासन के द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और आपदा ग्रस्त क्षेत्र में निर्माण के लिए 11 जनवरी को टेंडर लगने की जानकारी दी, जिसके बाद आंदोलनकारियों ने 11 जनवरी को टेंडर नहीं लगने पर फिर से उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी. आंदोलन की चेतावनी से पुलिस प्रशासन सतर्क रहा. 


संघर्ष समिति के एनएच को चक्का जाम करने के ऐलान को लेकर कोतवाल कुंवर सिंह रावत पुलिस टीम के साथ मौके पर मौजूद रहे. आपदा के पांच महीने बीतने के बाद भी एलधारे में सुरक्षात्मक कार्य न होने से लोगों को अनहोनी का डर सताने लगा है, जिससे लोग डरे सहमे हुए है. एसडीएम धारचूला दिवेश शासनी ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन की तरफ से टीएचडीसी को नामित किया गया था. यहां पर डीपीआर बनाने के लिए, 31 दिसंबर तक टीएचडीसी ने हमारे पास पूरी रिपोर्ट दे दी है. अब यहां पर टेंडर कॉल होने हैं. हमें लगता है कि 11-12 जनवरी तक टेंडर कॉल हो जाएंगे.


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