Uttarakhand News: उत्तराखंड के धारचूला (Dharchula) में काली नदी के किनारे भारतीय क्षेत्र में चल रहे तटबंध निर्माण कार्य के दौरान नेपाल (Nepal) से कुछ लोगों द्वारा आज फिर से भारतीय मजदूरों और निर्माण कार्य में लगे वाहनों को निशाना बनाकर पत्थरबाजी की गई. इसमें डंपर चालक घायल हो गया. साथ ही कार्य कर रहे दो डंपर सहित एक जेसीबी मशीन का शीशा भी पत्थरबाजों के ने तोड़ दिया है. दोनों देशों की सहमति के बाद काम शुरू किया गया था, लेकिन अब नेपाल द्वारा लगातार पत्थरबाजी से काम नहीं हो पा रहा है. ऐसे में कार्यदाई संस्था भी काम करने डर रही है.
वहीं अब देखना होगा कि भारतीय प्रशासन क्या बरसात आने से पहले काम पूरा कर पाएगा या नेपाल से बातचीत में ही समय गवांकर आने वाले बरसात में तबाही का इंतजार करेगा. अगर घटधार के जीरो प्वाइंट पर जल्द ही तटबंध का निर्माण नहीं किया जाता है तो आगामी बरसात में आधे से ज्यादा धारचूला काली नदी के आगोश में समा जाएगा.
प्रशासन से सुरक्षा की गुहार
भारतीय क्षेत्र में कार्य कर रही कंपनी के मैनेजर इंद्रजीत शर्मा ने बताया कि, पत्थरबाजी के दौरान उनको लाखों का नुकसान हो रहा है. इस तरह से लगातार पत्थरबाजी होती है तो हम काम नहीं कर पाएंगे. हम प्रशासन से गुहार लगाते हैं कि कार्य के दौरान सुरक्षा की व्यवस्था करे. स्थानीय व्यक्ति प्रेमा कुटियाल ने पत्थरबाजी की बढ़ती घटनाओं को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि नेपाल भारत के नागरिकों के सब्र की परीक्षा ले रहा है. इस प्रकार की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
गुलेल से साध रहे निशाना
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया कि नेपाल द्वारा गुलेल से निशाना साधकर पत्थर बरसाए जा रहे हैं ऐसे में जान को खतरा है. अगर ऐसे ही पत्थरबाजी होती रही तो काम करना मुश्किल हो जायेगा. पत्थरबाजी से कार्यदायी संस्था के एक पोकलैंड और दो डम्पर के शीशे टूटे हैं. इसमें डम्बर चालक को चोट भी लगी है. आज हुई पत्थरबाजी में कार्यदाई संस्था को लगभग एक लाख रुपये का नुकसान हुआ है, जबकि 1 मजदूर घायल हुआ है. वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है. भारतीय नागरिकों ने नेपाल प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई है.