Allahabad Central University Convocation Ceremony: पूरब का ऑक्सफोर्ड कही जाने वाली इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी (Allahabad Central University) का दीक्षांत समारोह (Convocation Ceremony) 8 नवंबर को होगा. इस दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) भी शामिल होंगे. धर्मेंद्र प्रदान होनहार छात्रों को मेडल और पीएचडी पूरी करने वाले स्टूडेंट्स को डिग्री देंगे. इस बार का दीक्षांत समारोह 2 सालों का है. कोरोना की वजह से इस बार के दीक्षांत समारोह में आम छात्रों को शामिल होने का मौका नहीं मिल सकेगा, सिर्फ मेडल पाने वाले स्टूडेंट्स और डिग्री पाने वाले पीएचडी होल्डर छात्र ही समारोह में शामिल हो सकेंगे. धर्मेंद्र प्रधान इस मौके पर यूनिवर्सिटी की तीन नई बिल्डिंग्स का उदघाटन भी करेंगे. ये तीन बिल्डिंग्स 124 सीटों की क्षमता वाला गार्गी महिला हॉस्टल, 34 स्टूडेंट की क्षमता वाला चंद्रशेखर आजाद इंटरनेशनल हॉस्टल और मेजर ध्यानचंद स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर की हैं.
263 छात्रों को मेडल दिए जाएंगे
इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की पीआरओ डॉ जया कपूर के मुताबिक दीक्षांत समारोह में 263 छात्रों को मेडल दिए जाएंगे, जबकि पीएचडी पूरी कर चुके साढ़े पांच सौ स्टूडेंट्स को डिग्री एवार्ड की जाएगी. अंडर ग्रेजुएट कोर्सेस में गोल्ड, सिल्वर और ब्राउंज मेडल दिए जाएंगे जबकि पीजी कोर्सेज में सिर्फ गोल्ड और सिल्वर मेडल ही दिए जाने हैं. दीक्षांत समारोह सुबह 10 बजे से शुरू होगा और करीब 2 घंटे तक चलेगा. समारोह में मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ ही चांसलर आशीष कुमार चौहान भी खास तौर पर शामिल होंगे. आशीष चौहान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के एमडी भी हैं.
गुलजार को नहीं मिलेगी मानद उपाधि
समारोह में सिर्फ चुनिंदा लोगों को ही एंट्री दी जाएगी. धर्मेंद्र प्रधान की वजह से यूनिवर्सिटी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. यूनिवर्सिटी इस बार किसी को भी मानद उपाधि नहीं देगा. संस्थान ने कुछ दिनों पहले बॉलीवुड गीतकार गुलजार को मानद उपाधि दिए जाने का फैसला लिया था, लेकिन मंत्रालय से अभी तक मंजूरी नहीं मिल पाने की वजह से 8 नवंबर के दीक्षांत समारोह में ये संभव नहीं हो सकेगा. समारोह में आम छात्रों को एंट्री नहीं दिए जाने से कुछ छात्र संगठन विरोध कर सकते हैं. समारोह मुख्य परिसर के विजय नागरम हॉल में होगा.
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