Diarrhea in Siddharth Nagar: सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) जिला मुख्यालय पर डायरिया ने पांव पसार दिया है. सिद्धार्थनगर नगरपालिका के आधा दर्जन वार्डों के करीब 200 लोग (200 People) अब तक इसकी चपेट में आ चुके हैं. मौजूदा समय में भी करीब 70 मरीजों (70 Patients) का इलाज जिला अस्पताल सहित विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है. स्वास्थ्य महकमा और नगर पालिका के कर्मचारी वार्ड में दवाएं और सफाई को लेकर मुस्तैद हो गए हैं.


दूषित पानी से फैला डायरिया


सिद्धार्थनगर नगरपालिका में पिछले 2 दिनों से डायरिया फैला हुआ है. नगरपालिका के शिशहनिया वार्ड से फैली डायरिया की बीमारी आजाद नगर, सरोजनी नगर, सिविल लाइन, बेलसड सहित कई वार्डों में फैल गई है. स्थानीय और पीड़ित परिवार इसके पीछे नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार मान रहे हैं. पीड़ित परिवारों का कहना है कि, डायरिया फैलने को लेकर नगर पालिका द्वारा नालियों की साफ-सफाई, जलजमाव और दूषित पानी की सप्लाई प्रमुख वजह है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई दिनों से नगर पालिका द्वारा पानी की सप्लाई के लिए डाली गई प्रमुख लाइन टूटी हुई थी. जहां यह पाइप लाइन टूटी है उसके बगल में दूषित जल से भरा तालाब है, उसी पानी के पेयजल के लिए सप्लाई होने से इस बीमारी ने विकराल रूप ले लिया है. हालत यह हैं कि, शिशहनिया वार्ड का कोई भी घर डायरिया की इस बीमारी से अछूता नहीं रहा है. जिला अस्पताल में मौजूदा समय में डायरिया के दर्जनों मरीज भर्ती हैं, जहां उनका इलाज हो रहा है.


डॉक्टरों की टीम तैनात की गई


डायरिया फैलने के बाद हरकत में आए नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी वार्डों की साफ सफाई में लग गए हैं. डायरिया फैलने की प्रमुख वजह दूषित जल की सप्लाई भी रोक दी गई है. साथ ही शिशहनिया वार्ड में टूटी वाटर सप्लाई की मुख्य पाइप लाइन की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है. इस मामले में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि, डायरिया फैलने के बाद चिकित्सकों की टीम वार्डों में लगा दी गई है. साथ ही नगर पालिका के टीमें भी साफ सफाई और सभी दिक्कतों को दूर करने के लिए लगा दी गई हैं. जल्द ही वार्डों की सभी दिक्कतें दूर कर दी जाएंगी.



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