प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में यूपी रोडवेज की बसों में पानी मिला हुआ डीजल सप्लाई किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. रोडवेज के एआरएम ने पानी मिला डीजल रुटीन चेकिंग के दौरान पकड़ा है. पानी मिला हुआ बीस हजार लीटर डीजल पकड़े जाने के बाद हड़कंप मच गया. रोडवेज ने मिलावटी डीजल वाला टैंकर इंडियन ऑयल को वापस भेज दिया है और साथ ही उससे कार्रवाई करने को कहा है.
खराब हो सकती थीं बसें
इंडियन ऑयल ने टैंकर सप्लाई करने वाले सप्लायर को ब्लैक लिस्ट करते हुए परिवहन विभाग को इसकी जानकारी दे दी है. परिवहन विभाग के अफसरों का कहना है कि अगर ये पानी मिला हुआ डीजल बस में डाल दिया जाता तो उसका सीधा असर इंजन पर पड़ता और बसें खराब हो सकती थीं.
टेस्टिंग में डीजल फेल हो गया
प्रयागराज के प्रयाग डिपो में भी डीजल की सप्लाई इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के जरिए की जाती है. इंडियन ऑयल डिमांड के मुताबिक 12 या बीस हजार लीटर का टैंकर डिपो के राजापुर इलाके के वर्कशाप में भेजता है. डिपो ने यहीं पर दो अंडरग्राउंड टैंक बना रखे हैं. रविवार को भी इंडियन ऑयल का टैंकर बीस हजार लीटर डीजल के साथ पहुंचा. यहां एआरएम ने खुद केमिकल के जरिए डीजल की गुणवत्ता परखी. टेस्टिंग में डीजल फेल हो गया और ये पाया गया कि उसमें पानी की मिलावट की गई है. अनुमान के मुताबिक टैंकर में तकरीबन 50 से 100 लीटर पानी मिलाया गया था.
बरती जाएगी सतर्कता
एआरएम बीएन तिवारी ने इस बारे में आरएम टीकेएस बिसेन को जानकारी दी. दोबारा पड़ताल में भी पहले वाली गड़बड़ी सामने आई. इसके बाद इंडियन ऑयल को खबर की गई. इंडियन ऑयल ने कांट्रैक्टर को ब्लैक लिस्ट किए जाने की जानकारी रोडवेज को दी है. हालांकि ठेकेदार ने भी सीधे तौर पर अपनी गलती मानने के बजाय ड्राइवर के सिर ठीकरा फोड़ दिया है. ड्राइवर ने भी बारिश का पानी भर जाने की आशंका जताई है. आरएम टीकेएस बिसेन का कहना है कि इस तरह की चेकिंग लगतार की जाती है, लेकिन अब इस मामले के सामने आने के बाद आगे और सतर्कता बरती जाएगी.
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