नई दिल्ली, एबीपी गंगा। इन चुनावों में जहां एक ओर राजनेताओं के नित नए बदजुबानी और कीचड़ उछालने के वीडियो वायरल हो रहे हैं, वहीं यूपी में कन्नौज में हुई महागठबंधन की रैली में एक अलग ही नजारा देखने को मिला। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है।
अभी तक इस गठबंधन के चलते जो तस्वीरें सामने आई थीं, उनमें अखिलेश के बुआ मायावती के साथ बैठने और सभा करने के अलावा मुलायम सिंह यादव के साथ माया के मंच साझा करने की तस्वीरें थी। ये तस्वीरें और पल काफी चर्चा का विषय बने लेकिन आज एक कदम आगे बढ़ते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी और लोकसभा उम्मीदवार डिंपल यादव ने मायावती के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मायावती ने भी डिंपल के सिर पर हाथ रखा। माया और डिंपल के ये पल कैमरे में कैद हो गए और दिनभर लोगों के बीच चर्चा का विषय रहे।
विरोधियों को जवाब
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो ये विरोधियों को उस बात का जवाब है, जिसमें वो सपा-बसपा गठबंधन को मौकापरस्ती का गठबंधन बता रहे हैं। देखा जाए तो अखिलेश यादव भी काफी बार कह चुके हैं कि ये दलों का नहीं दिलों का गठबंधन है और आज की आशीर्वाद लेने वाला क्रियाकलाप इसी दिलों के मेल की ओर इशारा करता है।
हालांकि, विरोधी इस बात का भी बार-बार उभारते हैं कि दोनों दल पीएम मोदी के डर से एक हुए हैं। लेकिन जो भी हो, चाहे ये दिलों का मेल हो या विरोधी का डर, डिंपल और माया की आशीर्वाद वाली इस क्रिया ने मौजूदा लोकसभा चुनाव की दिल को सुकून देने वाली तस्वीर तो दी है।