एबीपी गंगा, एबीपी गंगा। कांग्रेस का गढ़ रायबरेली में इस बार लड़ाई दिलचस्प होने वाली है। रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी के खिलाफ भाजपा ने गांधी परिवार के करीबी को उतारा है। सपा-बसपा की ओर से इस सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारे जाने के बाद भाजपा-कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। वहीं भाजपा ने गांधी परिवार के करीबी रहे एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारकर मुकाबला और रोचक बना दिया है। बतादें कि बीते साल ही दिनेश प्रताप ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। दिनेश के साथ उनके भाई अवधेश सिंह भी बीजेपी में शामिल हुए थे। 2016 में दिनेश प्रताप दूसरी बार एमएलसी चुने गए थे। बताया जाता है कि दिनेश प्रताप ने पहले के चुनावों में सोनिया गांधी के लिए गली-गली घूमकर प्रचार किया था।


कांग्रेस का गढ़ रायबरेली
बतादें कि मौजूदा सांसद और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली से लगातार तीन बार से सांसद हैं। बीते चुनाव में चली मोदी लहर भी उनकी कुर्सी हिला नहीं पाई। तब भी उन्होंने करीब साढ़े तीन लाख वोट के अंतर से चुनाव जीता था। रायबरेली लोकसभा सीट पर अभी तक कुल 16 बार लोकसभा आम चुनाव और दो बार लोकसभा उपचुनाव हुए हैं। इनमें कांग्रेस को 15 बार जीत मिली है, जबकि भाजपा ने दो बार और भारतीय लोक दल ने एक बार जीत का स्वाद चखा है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी यहां से तीन बार सांसद रही। वहीं उनकी बहू सोनिया गांधी 2004 से यहां की सांसद हैं। जबकि पिछले लगातार चार लोकसभा चुनाव में यहां कांग्रेस प्रत्याशी की ही जीत हुई है। गांधी परिवार ने यहां