महोबा, एबीपी गंगा। बुंदेलखंड के कश्मीर चरखारी स्थित ऐतिहासिक धरोहर ड्योडी दरवाजा,ओल्ड पैलेस,गोवर्धन मंदिर का क्रय विक्रय का मामला तूल पकड़ने लगा है। जहां पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत इस संपत्ति को खरीद कर अपना हक बता रहे हैं तो वही भाजपा से नगरपालिका अध्यक्ष मूलचंद्र अनुरागी व पूर्व नपा अध्यक्ष इन धरोहरों को सरकारी संपत्ति बता रहे हैं। साथ ही 200 करोड़ की ऐतिहासिक संपत्ति पर अवैध कब्जा का आरोप पूर्व सांसद पर लगा रहे है। नपा अध्यक्ष ने यहां तक कहा कि वर्तमान में पूर्व सांसद का बेटा चरखारी से भाजपा विधायक हैं वो इस संपत्ति पर करवाई जा रही जांच को अपने रसूख के चलते प्रभावित कर रहे हैं।
मामला बुंदेलखंड के काश्मीर चरखारी स्थित ओल्ड पैलेस का है जिसको चरखारी नपा अध्यक्ष मूलचंद्र अनुरागी एवं पूर्व नपा अध्यक्ष अरविन्द सिंह द्वारा दावा किया जा रहा है कि पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत के द्वारा यह ओल्ड पैलेस खरीद का मामला अवैध है। क्योंकि रियासत कालीन धरोहरों को कोई भी इस तरह से नहीं खरीद सकता है। रियासत के वंशजों को इस संपत्ति का बेचने का कोई अधिकार ही नहीं है और यह संपत्ति अवैधानिक रूप से पूर्व सांसद गंगाचारण ने खरीदी है। अब पूर्व सांसद द्वारा ओल्ड पैलेस के साथ साथ चरखारी की नगरपालिका साथ ही गोवर्धन नाथ मंदिर पर भी हक बताया जा रहा है। इस पूरे मामले की शिकायत अधिकारियों सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं व मंत्रियों को भी अवगत कराया गया है। अधिकारियों से शिकायत करने पर पूर्व सांसद के बेटे जो वर्तमान में भाजपा के चरखारी विधानसभा से विधायक है के द्वारा जांच को प्रभावित किया जा रहा है।
मूलचंद्र अनुरागी ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने हर जगह शिकायत की है, चरखारी नगरपालिका सन 1881 की है पूर्व सांसद द्वारा ओल्ड पैलेस, कोर्ट, नगरपालिका, गोवर्धन नाथ मंदिर खरीद लिया गया है जिसकी शिकायतों को लेकर अब हम न्यायालय की शरण मे है। ये सभी संपत्ति 200 करोड़ से ज्यादा की हैं।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अरविन्द सिंह ने बताया कि चरखारी के राजा निसंतान थे, जनरल वायसराय ने जयेंद्र सिंह को चरखारी का राजा नियुक्त किया था। पूर्व सांसद गंगाचरण ने ओल्ड पैलेस को किराएनामे पर लिखवा लिया लेकिन चरखारी में किसी राजा को विरासत करने का कोई अधिकार नही था फिर चरखारी की महारानी व उनके उत्तराधिकारी से मिलकर बैनामा करा लिया ये सभी संपत्ति 200 करोड़ के ऊपर की है। पूर्व सांसद के पुत्र ब्रजभूषण जो चरखारी से विधायक हैं वो अपने प्रभाव से अधिकारियों पर दबाव बनाकर जांच को प्रभावित करते हैं।
पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत ने कहा कि सभी आरोप निराधार हैं। इन लोगों द्वारा शिकायत करने पर पर्यटन विभाग, संस्कृति विभाग ने जांच की सभी आरोप मनगढंत हैं। मैंने राजपरिवार से संपत्ति खरीदी है। बैनामा कराया है। अब मैं भी इन लोगों की शिकायत पार्टी अध्यक्ष से करूँगा इन लोगों के ऊपर मानहानि का 5 करोड़ का मुकदमा दायर करूंगा सभी द्वेषपूर्ण भावना से जलते हैं, मेरा बेटा अच्छा काम कर रहा है। क्षेत्र का विकास कर रहा है इसलिए ये सभी लोग मेरी व बेटे की छवि खराब कर रहे हैं।