वाराणसी, नितीश कुमार पाण्डेय। वाराणसी में प्रशासन और अर्चकों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। अब ये विवाद मंदिर परिसर के बाहर भी पूरे तौर पर नजर आने लगा है। घटना 7 मई की है जब सैकड़ों वर्षों से आरती कर रहे महंत परिवार के लोग गेट नम्बर चार के बाहर अस्थाई शिवलिंग बनाकर आरती करने लगे और प्रतीक स्वरूप श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन का विरोध जताने लगे। एक आरती मंदिर प्रशासन के अर्चकों द्वारा की गयी तो बाहर पारंपरिक लोगों के द्वारा विरोध स्वरुप आरती की गयी।


इस मामले पर पहले तो मंदिर प्रशासन ने बात नहीं की लेकिन जब मामले ने तूल पकड़ा तो सप्तऋषि आरती से जुड़े अर्चक के पास निरस्त करने का मामला सामने आया लेकिन मंदिर प्रशासन के इस निर्णय से महंत और अर्चकों के साथ काशी की जनता में रोष व्याप्त है। आपको बता दें कि मंदिर में व्यवस्था को लेकर अर्चकों और प्रशासन के बीच तनातनी की खबरें आम हैं लेकिन जब मामला सप्तऋषि आरती से जुड़ा और विरोध बाहर हुआ तो अब चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। सभी के मन में सवाल हैं कि आखिर मंदिर में क्या चल रहा है? आखिर ये वर्चस्व की लड़ाई क्यों है?


लॉकडाउन उल्लंघन की हो सकती है कार्रवाई


वाराणसी प्रशासन अब मंदिर के बाहर प्रतीकात्मक विरोध जताने वाले अर्चकों के खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने को लेकर कार्रवाई कर सकता है। अब इस मामले को लेकर जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया है। अब देखना ये होगा कि मंदिर प्रशासन और वाराणसी प्रशासन का अगला कदम क्या होगा?