प्रयागराज, एबीपी गंगा। पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर संगम नगरी प्रयागराज में आज दिव्यांगों व बुजुर्गों का अनूठा कुंभ लगने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिये संगम नगरी पहुंचे चुके हैं। बमरौली एयरपोर्ट पर सीएम योगी आदित्यनाथ व राज्य की गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने पीएम का स्वागत किया। पीएम ने 27 हजार दिव्यांगों व बुजुर्गों को सहायता उपकरण बांटे। पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम के तहत तीन सौ दिव्यांग जनों से मन की बात की।


मंच से बोलते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि ये उपकरण जो आपको मिल रहे हैं वह आपके हौसले के सहयोगी भर हैं। लेकिन आपका जीवन, आपका हौसला, हिम्मत प्रेरणा का कारण है। उन्होंने कहा कि सरकार का दायित्व है कि हर व्यक्ति का भला हो। यही सोच तो सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का मूल आधार है। 130 करोड़ भारतीयों के हितों की रक्षा करना हमारा दायित्व है।


पीएम ने कहा कि तीर्थराज प्रयागराज में आकर हमेशा ही एक अलग पवित्रता और ऊर्जा का एहसास होता है। पिछले साल फरवरी में मैं कुंभ के दौरान इस पवित्र धरती पर आया था। तब संगम में स्नान करके और उसके साथ-साथ मुझे एक और सौभाग्य मिला था। वो सफाई कर्मचारी जो ऐतिहासिक कुंभ की पवित्रता बढ़ा रहे थे और जिनके परिश्रम और पुरुषार्थ के कारण पूरे विश्व में प्रयागराज के इस कुंभ की स्वच्छता की चर्चा हुई। पूरी दुनिया में प्रयागराज की एक नई पहचान बनी। कुंभ में एक नई परंपरा नजर आई और उसे सफल करने वाले उन सफाई कर्मचारियों के चरण धोने का और मुझे इस महान सिद्धि को पाने वाले उन सफाई कर्मचारियों को नमन करने का अवसर मिला था।


प्रधानमंत्री ने प्रयागराज के परेड मैदान पहुंचकर सामाजिक अधिकारिता शिविर के अंतर्गत आयोजित समारोह में 26,791 दिव्यांगों और बुजुर्गों के बीच करीब 56 हजार सहायक उपकरण बांटे। इससे पहले वह व्यक्तिगत तौर पर वहां मौजूद दिव्यागों से मिले इस दौरान लोग काफी भावुक दिखे। कई लोगों ने पीएम के पैर भी छुए।


एक दिन के इस अनूठे कुंभ में एक साथ इतने लोगों को सहायता उपकरण बांटे जाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना। वर्ल्ड रिकॉर्ड की परख कर उसका सर्टिफिकेट देने के लिए गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम पहले ही प्रयागराज आ चुकी है।



सामाजिक अधिकारिता शिविर के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में छह विश्व रिकॉर्ड बने। इससे पहले प्रयागराज में कुंभ मेले के दौरान एक साथ सबसे ज्यादा शटल बसों के संचालन, स्वच्छता और वॉल पेंटिंग का विश्व रिकॉर्ड बना था। विश्व रिकॉर्ड को प्रमाणित करने के लिए गिनीज बुक रिकार्ड की टीम शुक्रवार को ही प्रयागराज पहुंच गई थी। प्रयागराज में बने विश्व रिकॉर्ड की बात करे तो इनमें


विश्व की सबसे लंबी ट्राई साइकिल की परेड हुई, जिसमें 295 लाभार्थी शामिल रहे। इससे पहले ये रिकॉर्ड नहीं बना था।


वॉकर्स की सबसे लंबी परेड हुई। इसका भी पहले से कोई रिकॉर्ड नहीं था।


आठ घंटे में 4900 से ज्यादा कान की मशीन फिट करने का रिकॉर्ड बना। इससे पहले ये रिकॉर्ड स्टारकी फाउंडेशन के नाम था।


360 से ज्यादा लाभार्थियों ने एक साथ व्हीलचेयर चलाए। इससे अमेरिका का रिकॉर्ड टूटा।


2000 लाभार्थियों को सांकेतिक भाषा पाठ करने के उपकरण वितरण का रिकॉर्ड बना।


12 घंटे में सर्वाधिक ट्राई साइकिल वितरण करने का रिकॉर्ड भी पीएम मोदी की मौजूदगी में बना।