Ayodhya Deepotsav News: अयोध्या (Ayodhya) में दीपोत्सव (Deepotsav) की तैयारियां लगभग 80 प्रतिशत पूरी हो चुकी हैं. संपूर्ण अयोध्या इस बार पांचवें दीपोत्सव के लिए तैयार है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार अपने कार्यकाल का पांचवा दीपोत्सव बेहद ही ऐतिहासिक तरीके से मनाने जा रही है. इस बार दीपोत्सव में 9 लाख दीप जलेंगे, जिसमें 7 लाख 51 हजार दीपक राम की पैड़ी पर जलाए जाएंगे और डेढ़ लाख दीपक अयोध्या के रामलला के प्रांगण समेत प्राचीन मठ मंदिर और कुंडों पर जलाए जाएंगे. 


आकर्षण का केंद्र होंगी झांकियां
पांचवें दिपोत्सव में 11 झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र होंगी. दीपोत्सव की पारंपरिक शोभा यात्रा साकेत महाविद्यालय से निकलेगी जो राम कथा पार्क तक जाएगी. भगवान राम के जीवन प्रसंगों पर 11 वाहनों पर सवार होकर शहर भ्रमण को झांकियां निकलेंगी, हर झांकी पर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का संदेश रहेगा. रामेश्वरम सेतु, पुष्पक विमान, केवट प्रसंग, राम दरबार, शबरी राम मिलाप, लंका दहन की झांकियां दीपोत्सव में निकलेंगी और इन सभी झांकियों पर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी रहेगा. झांकियों की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. 2 नवंबर को पूर्वाभ्यास के लिए रथ यात्रा सड़कों पर निकलेगी और 3 नवंबर को पारंपरिक रथ यात्रा आकर्षण का केंद्र होगी. 


टूटेगा पिछला रिकॉर्ड 
राम की पैड़ी का रंग रोगन इस बात का जरूर आभास करा रहा है कि आप दीपोत्सव स्थल पर हैं. राम की पैड़ी वही स्थल जंहा पर 4 बार सफल दीपोत्सव का आयोजन कर योगी सरकार ने अयोध्या को विश्व के मानचित्र पर स्थापित किया है. हर साल अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए अवध विश्वविद्यालय के छात्र और वालंटियर्स प्रयास करते हैं और हर साल एक नया कीर्तिमान स्थापित होता है. इस बार भी 7 लाख 51 हजार दीपक राम की पैड़ी पर जलाए जाएंगे और अपने ही पिछले साल के रिकॉर्ड को एक बार फिर अवध विश्वविद्यालय के वालंटियर्स तोड़ने का प्रयास करेंगे. 


लेजर शो की तैयारियां पूरी 
दीपक जलाने के लिए 12000 वालंटियर्स को तैनात किया गया है जिसमें प्रति छात्र 65 दीपक जलाने का टारगेट दिया गया है. राम की पैड़ी पर लेजर शो प्रोजेक्टर की तैयारियां भी पूरी हो चुकी हैं और विशिष्ट अति विशिष्ट मेहमानों के बैठने के लिए मंच भी लगाया जा चुका है. इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दीपक प्रज्वलित कर दीपोत्सव की शुरुआत करेंगे. 


ऐतिहासिक होगा दीपोत्सव
दिपोत्सव को लेकर संत समाज में भी उत्साह है. संत समाज दीपावली के माध्यम से त्रेता की अयोध्या का दर्शन करते हैं. कहते हैं कि जब भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटे तो अयोध्या वासियों ने दीपावली मनाई थी और दीपावली की मुख्य परंपरा से यहीं से शुरू हुई. ऐसे में अयोध्या का संत समाज भी उत्साहित है. महंत कलीराम ने कहा कि दीपोत्सव की तैयारी अनूठी और अलौकिक है. जिस तरह से अयोध्या में दीपावली की तैयारियां आगे बढ़ रही हैं, उसी तर्ज पर भारत विश्व पटल पर स्थापित हो रहा है. दीपोत्सव ऐतिहासिक होगा, इसके लिए संत समाज मुख्यमंत्री को बधाई देता है. 


विदेशी रामलीला का भी होगा मंचन
राम कथा पार्क में भी तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं और तय समय के अंदर ही तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी. दीपोत्सव का सबसे प्रमुख कार्यक्रम राम कथा पार्क में ही होता है जहां पर पुष्पक विमान से भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी पहुंचते हैं. इस बार दीपोत्सव में भारत की प्रमुख रामलीला के साथ-साथ विदेशी रामलीला का भी मंचन किया जाएगा. 



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