Ayodhya Deepotsav 2021: रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी, 5वें दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए इस बार जलेंगे 9 लाख से ज्यादा दिये
Ayodhya News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार अयोध्या (Ayodhya) में अपने कार्यकाल का पांचवा दीपोत्सव बेहद ही ऐतिहासिक तरीके से मनाने जा रही है. इस बार 9.50 लाख दिये जलाने की तैयारी है.
Ayodhya Deepotsav: अयोध्या (Ayodhya) नगरी पांचवें दीपोत्सव (Deepotsav) के लिए पूरी तरह से तैयार है. इस बार राम की पैड़ी पर 9.50 लाख दिये जलाने की तैयारी है, इसके जरिए सरकार अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ने जा रही है. राम की पैड़ी के 32 घाटों पर दियों को बहुत करीने से सजाया गया है. इन्हें सजाने का काम लगभग 12000 वालंटियर कर रहे हैं. अयोध्या के लोगों का कहना है कि ये उनके लिए अत्यंत ही प्रसन्नता और हर्ष का विषय है इतने भव्य तरीके से यहां दीपोत्सव होता है.
घाटों पर बिछाए जा रहे हैं दीये
इन घाटों पर दीयों को एक क्रम में लगाने का काम 12 हजार से ज्यादा वालंटियर को सौंपा गया है. वालंटियर इन्हें घाट पर बिछाने का काम कर रहे हैं. दीयों में कल तेल डाला जाएगा और रूई की बाती भी कल ही लगाई जाएगी. अवध विश्वविद्यालय के छात्रों की काफी संख्या है जो इस काम में जुटे हैं. वहीं, टीचर्स का कहना है कि 9.50 लाख दीयों को जलाने के लिए तकरीबन 36 हजार लीटर तेल की आवश्यकता होगी और उतना तेल इन दीयों में डाला जाएगा. तेल डालने और बाती लगाने का काम कल किया जाएगा.
लगभग पूरी हो चुकी हैं दीपोत्सव की तैयारियां
राम की पैड़ी के मुख्य घाट पर 51000 दिये एक साथ जलाए जाएंगे. इस घाट पर अवध विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट के छात्र पेंटिंग और रंगोली के जरिए राम दरबार, शबरी और केवट के प्रसंगों को दर्शा रहे हैं. दीपोत्सव के दिन इस पेंटिंग को दियों से सजाया जाएगा. राम की पैड़ी पर कल जब दीपोत्सव का मुख्य आयोजन होगा उस वक्त मुख्यमंत्री समेत सरकार के तमाम मंत्री और अफसर भी मौजूद रहेंगे. वहीं, कुछ देशों के प्रतिनिधि भी दीपोत्सव के इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. राम लक्ष्मण और सीता जिस मंच पर बैठेंगे वो मंच भी तैयार है. दीपोत्सव को लेकर सारी तैयारियों अब लगभग पूरी हो चुकी है.
किए गए हैं सुरक्षा के खास इंतजाम
अयोध्या में हो रहे पांचवें दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के भी खास बंदोबस्त किए गए हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात हैं. वहीं, जगह-जगह बैरिकेडिंग भी लगाई गई है. साथ ही नया घाट से राम की पैड़ी जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है. यहां दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगाई गई है और किसी को भी नया घाट से राम की पैड़ी जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. सरयू पर बने पुराने पुल पर भी आवागमन बंद किया गया है.
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