दिवाली के मौके पर चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) और भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) एक हो सकते हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि चाचा-भतीजे की जोड़ी विधानसभा चुनाव के रण में साथ उतरने की तैयारी कर रही है. विधानसभा चुनाव के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच गठबंधन हो सकता है. दरअसल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है. अखिलेश के इस बयान के बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही हैं.
गौरतलब है कि अखिलेश यादव दिवाली मनाने सैफई पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. अखिलेश ने कहा, "मैं भरोसा दिलाता हूं कि चाचा का सम्मान होगा उनके दल को साथ लाने का काम करेंगे. नेताजी के जन्मदिन तो बाद में आयेगा, मैं आज ही कह रहा हूं कि उनका सम्मान होगा." अखिलेश ने विलय के सवाल पर कहा कि शिवपाल सिंह की पार्टी से विलय नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हम चुनाव में जा रहे हैं, जिस तरह से गठबंधन होता है उी तरह से गठबंधन होगा.
सपा में विलय को तैयार हैं शिवपाल
बतादें कि शिवपाल यादव अपनी पार्टी का सपा में विलय की इच्छा जता चुके हैं. शिवपाल यादव ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का सपा में सम्मानजनक स्वागत होता है तो वह अपनी पार्टी का सपा में विलय करने के लिए तैयार हैं. शिवपाल यादव ने सोमवार रात अलीगढ़ में संवाददाताओं से कहा कि अगर सपा उन्हें पार्टी में शामिल करना चाहती है तो वह चाहते हैं कि न केवल खुद उन्हें, बल्कि उनके कार्यकर्ताओं और समर्थकों को भी वही सम्मान मिलना चाहिए.
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