Diwali 2024: दीपावली, जिसे दीपों का महापर्व कहा जाता है, भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह पर्व न केवल खुशियों का प्रतीक है, बल्कि यह लोगों को एकजुट होने और एक-दूसरे के साथ सामंजस्य बनाए रखने की प्रेरणा भी देता है. इस पर्व पर लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्टर को हवा देने का काम करणी सेना के द्वारा किया गया है. जिसमे करणी सेना के पदाधिकारियों के द्वारा दीपक से ही अलग आकृति बनाकर एक नया सन्देश दिया है, जिसकी चर्चा अब हर तरफ देखने को मिल रही है.


अखिल भारतीय करणी सेना हरिगढ़ के पदाधिकारियों में प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ज्ञानेन्द्र सिंह चौहान ने दीपावली के अवसर पर दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया. यह कार्यक्रम खेरेश्वर मंदिर पर भव्य तरीके से मनाया गया, जिसमें पदाधिकारियों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम के दौरान, प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ज्ञानेन्द्र सिंह चौहान ने उपस्थित सभी लोगों को दीपोत्सव की शुभकामनाएं दीं. 


'समाज को एकता के सूत्र में बांधने का प्रयास'
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर अखिल भारतीय करणी सेना के पदाधिकारियों ने दीपों से "जय श्री राम" और "बंटेंगे तो कटेंगे" जैसे संदेश लिखकर समस्त हिंदुओं को संगठित रहने की प्रेरणा दी. इस प्रकार का आयोजन समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देता है. करणी सेना का इतिहास सनातन धर्म की परंपराओं के पालन में समर्पित रहा है. संगठन ने हमेशा धर्म, संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित रखने की दिशा में कार्य किया है. दीपोत्सव कार्यक्रम के माध्यम से, करणी सेना ने न केवल अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन किया, बल्कि समाज को एकता के सूत्र में बांधने का भी प्रयास किया. 


दीप जलाने के साथ-साथ, उन्होंने यह भी दिखाया कि जब हम एकजुट होते हैं, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की क्षमता रखते हैं. इस अवसर पर, करणी सेना के पदाधिकारियों ने एक साथ मिलकर दीप जलाए और मंदिर परिसर को रोशनी से भर दिया. दीपों की चमक ने न केवल वातावरण को आनंदित किया, बल्कि उपस्थित सभी लोगों के चेहरों पर खुशी और उत्साह भी बिखेर दिया. 


दीपोत्सव कार्यक्रम में दिया एकता का संदेश
दीपोत्सव का यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं था, बल्कि यह एक सामाजिक समागम भी था. कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने मिलकर सामूहिक रूप से दीप जलाए, जिससे यह संदेश गया कि जब हम एकजुट होते हैं, तो हर कठिनाई का सामना कर सकते हैं. इस प्रकार, अखिल भारतीय करणी सेना द्वारा आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम ने न केवल दीपावली के महापर्व का महत्व दर्शाया, बल्कि हिंदू समाज को संगठित रहने और अपने सांस्कृतिक मूल्यों को बनाए रखने की प्रेरणा भी दी. 


यह आयोजन समाज में एकता, प्रेम और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने में सफल रहा.अखिल भारतीय करणी सेना की यह पहल निश्चित रूप से अन्य समुदायों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करती है कि कैसे एकजुटता और धर्म के प्रति समर्पण समाज को मजबूत बना सकता है.


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