Air Pollution: नोएडा में जहरीली हुई हवा, बेहद खराब स्थिति में पहुंचा वायु प्रदूषण का स्तर
Noida Pollution: नोएडा एक्सटेंशन के गौर सिटी चौक पर गगनचुंबी इमारतें हैं और ये पूरा इलाका धुंध की सफेद चादर से ढका हुआ नजर आया. धुंध की वजह से विजिबिलिटी भी बेहद कम हो गई है.
Air Pollution in Noida: पिछले कई वर्षों से दिवाली (Diwali) के पर्व पर वायु प्रदूषण (Air Pollution) का स्तर काफी खतरनाक की स्थिति में पहुंच जाता है यही वजह है कि प्रशासन ने इस बार नोएडा (Noida) और दिल्ली (Delhi) समेत कई जिलों में पटाखों (Firecrackers) की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी ताकि AQI का लेवल खतरनाक स्थिति तक ना पहुंच सके. लेकिन, आज दीपावली है और सुबह से ही नोएडा और दिल्ली समेत कई जिलो में धुंध की सफेद चादर छाई हुई है. एबीपी गंगा की टीम ने नोएडा एक्सटेंशन के गौर सिटी चौक के पास से वायु प्रदूषण की स्थिति का जायजा लिया है. इस दौरान AQI का लेवल 444 था जिसे बेहद खराब स्थिति कहा जा सकता है.
धुंध की सफेद चादर से ढका हुआ नजर आया इलाका
नोएडा एक्सटेंशन के गौर सिटी चौक पर गगनचुंबी इमारतें हैं और ये पूरा इलाका धुंध की सफेद चादर से ढका हुआ नजर आया. धुंध की वजह से विजिबिलिटी भी बेहद कम हो गई. ये स्थिति दीपावली की सुबह है, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि शाम होते-होते जब पटाखों की गूंज से नोएडा और दिल्ली में सुनाई देगी तो हालात कैसे होंगे.
भयावह हो सकती है स्थिति
इसी स्थिति की आशंका से प्रशासन ने नोएडा और दिल्ली समेत कई जिलों में पटाखों की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है. लेकिन, जिस तरीके की परिस्थितियां आज सुबह से बनी हुई हैं उसे देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि दीपावली के दूसरे दिन स्थिति काफी भयावह होगी और वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्थिति में पहुच सकता है.
कागजों पर नजर आ रही है कवायद
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरकार सरकार और उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जब कई प्रशासनिक टीमें वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम कर रही थी तो हालात इस तरह के क्यों नजर आ रहे हैं. जिस तरह से आज नोएडा और दिल्ली समेत कई जिलों में धुंध की सफेद चादर छाई हुई है उसको देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि प्रशासन की सारी कवायद सिर्फ कागजों पर ही नजर आ रही है.
घरों से बाहर ना निकलें लोग
वहीं, डॉक्टरों और जानकारों की मानें तो जिस स्तर पर AQI है वो बेहद खराब स्थिति है. ऐसे में जो बुजुर्ग हैं, जो अस्थमा के पेशेंट हैं या जो बच्चे हैं उनको सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. लोग घरों में रहें, बाहर ना निकलें क्योंकि AQI का लेवल अभी और खराब हो सकता है.
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