गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर की रहने वाली मेधावी दिव्‍यांगी त्रिपाठी ने परिवार के साथ शहर का नाम भी रोशन किया है. दिव्‍यांगी नई दिल्‍ली के राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड को प्रधानमंत्री बॉक्‍स में बैठकर देखेंगी. वे देश के 50 ऐसे मेधावी बच्‍चें में शामिल हैं, जिन्‍हें ये गौरव हासिल हुआ है. दिव्‍यांगी ने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में बायोलॉजी संवर्ग में देश में पहला स्‍थान हासिल किया था. केन्‍द्र सरकार के 13 जनवरी को मिले आमंत्रण पर उन्‍हें पीएम नरेन्‍द्र मोदी के साथ गणतंत्र दिवस की परेड देखने का अवसर मिला है.


डॉक्‍टर बनना चाहती हैं दिव्यांगी
इंदिरा नगर शिवपुरी कॉलोनी में रहने वाले दिव्यांगी बताती हैं कि वो डॉक्‍टर बनकर जरूरतमंदों की सेवा करना चाहती हैं. दिव्यांगी के पिता उमेश नाथ त्रिपाठी दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में केमिस्ट्री के प्रोफेसर और मां ऊषा त्रिपाठी गृहिणी हैं. दिव्यांगी के दादा प्रो दयानाथ त्रिपाठी गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग में प्रोफेसर और भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं. दिव्‍यांगी त्रिपाठी ने बताया कि उन्‍होंने जीएन नेशनल पब्लिक स्‍कूल से 12वीं में बायोलॉजी संवर्ग में 99.6 फीसदी अंक हासिल कर देशभर में पहला स्थान हासिल किया. उन्‍हें हिंदी, केमिस्ट्री, बायोलॉजी में 100-100 और इंग्लिश-फिजिक्स में 99-99 अंक मिले. दिव्यांगी को दसवीं में भी 98.2 फीसदी अंक मिले थे.


विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित हैं दिव्यांगी
दिव्यांगी 26 जनवरी को राजपथ में होने वाली परेड में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित हैं. पूरे देश से 50 छात्र बुलाए गए हैं, जो राजपथ से प्रधानमंत्री बॉक्स में बैठकर परेड देखेंगे. ये वो छात्र हैं जो देश के अलग-अलग स्कूल बोर्ड से टॉपर हैं. फिलहाल दिव्यांगी को 25 जनवरी को नई दिल्ली के यूपी भवन में रिपोर्ट करना है. जहां वो 25 से 27 जनवरी तक रहेंगी. दिव्यांगी के साथ उसके पिता प्रो उमेश नाथ त्रिपाठी और मां ऊषा त्रिपाठी भी दिल्ली जाएंगी. दिव्‍यांगी कहती हैं कि वे इस उप‍लब्धि में शिक्षकों और परिवार के लोगों का बड़ा योगदान मानती हैं.


बॉक्सिंग, संगीत और सिनेमा में भी है रुचि
दिव्‍यांगी ने 12वीं के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाऊस में बायोलॉजी से स्नातक के लिए प्रवेश लिया, लेकिन नीट की तैयारी के लिए उन्होंने ज्वाइन नहीं किया. वे गोरखपुर में रहकर ही नीट की तैयारी कर रही हैं. उनका सपना डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना है. दिव्यांगी बॉक्सिंग, संगीत और सिनेमा में रुचि रखती हैं. दिव्यांगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके बॉक्स में बैठकर गणतंत्र दिवस की परेड देखना उनके लिए गौरव की बात है. ये पल उनके जीवन के अहम पड़ाव में एक होगा.



खुश है परिवार
मां ऊषा त्रिपाठी बताती हैं कि दिव्यांगी की प्रारंभिक शिक्षा एचपी पब्लिक स्‍कूल से हुई. उसके बाद उन्‍होंने जीएन नेशनल पब्लिक स्‍कूल से आगे की पढ़ाई की. शुरू से ही मेधावी रही दिव्‍यांगी की इस उपलब्घि पर परिवार के साथ शिक्षक और दोस्‍त भी खुश हैं. वे कहती हैं कि केंद्र सरकार का आमंत्रण मिला तो परिवार में खुशियां छा गईं. दिव्यांगी की उपलब्धि पर माता ऊषा त्रिपाठी, पिता प्रो उमेश नाथ त्रिपाठी, दादा प्रो दयानाथ त्रिपाठी, भाई दिव्येश त्रिपाठी, उदयन नाथ त्रिपाठी, ईशान नाथ त्रिपाठी गदगद हैं. दोस्त और रिश्तेदार शुभाकामनाएं और आशीष दे रहे हैं. सभी उत्साहित हैं कि गणतंत्र दिवस की परेड में टीवी पर प्रधानमंत्री के साथ दिव्यांगी भी दिखाई देगी.


कामयाबी जरूर मिलेगी
दिव्‍यांगी के भाई और उनके मेंटर दिव्‍येश नाथ त्रिपाठी ने बताया कि 13 जनवरी को पिता के मेल पर उन्‍हें ये जानकारी मिली. वे बहन को काफी सपोर्ट करते हैं. लेकिन, वे कहते हैं कि वे उन्‍हें मार्गदर्शन देते हैं. दिव्‍येश कहते हैं कि मेंटर और टीचर्स के मार्गदर्शन का बड़ा योगदान होता है. शिक्षक परिवार में जन्‍म लेने की वजह से बच्‍चों को पता होता है, कि उन्‍हें क्‍या करना है. वे कहते हैं कि कोई भी बच्‍चा इतनी मेहनत करेगा, तो उसे दिव्‍यांगी जैसा ही रिजल्‍ट मिलेगा. दिव्‍येश बच्‍चों को मार्गदर्शन देते हुए कहते हैं कि उनका जिस फील्‍ड में इंटरेस्‍ट हो, उस फील्‍ड में सच्‍ची लगन और मेहनत करें. कामयाबी जरूर मिलेगी.



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