औरैया: जनपद के जिलाधिकारी सुनील वर्मा ने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता को लेकर बड़ी कार्रवाई की है. इससे ठेकेदारों में हड़कंप मचा है. जिले में 50 लाख के ऊपर निर्माणाधीन अलग-अलग विभागों के निर्माण में गुणवत्ता को लेकर जिलाधिकारी ने स्वयं निरीक्षण कर रहे हैं. साथ ही टीम बनाकर जांच भी की जा रही है. इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा औरैया जिले में निर्माणाधीन ट्रामा सेंटर एवं सिचाई विभाग के निरीक्षण भवन की गुणवत्ता में कई खामियां पाई गईं. इस मामले में अलग-अलग दो ठेकेदारों पर एफआईआर दर्ज की गई. संबंधित कार्यदाई संस्था के विरुद्ध शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी.
डीएम खुद कर रहे हैं निरीक्षण
वहीं, जिलाधिकारी ने बताया 50 लाख से ऊपर जो भी कंस्ट्रक्शन हैंस निर्माणाधीन है, उसका निरीक्षण किया जाए और उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए. उसी के क्रम में हमने तीन टीमें बनाई हैं. जिलास्तर के अधिकारियों की टीमों द्वारा जो निरीक्षण की रिपोर्ट दी गई. इस रिपोर्ट को मंडल कमिश्नर के भीज दी गई थी. जिलाधिकारी ने बताया कि सिंचाई विभाग के निरिक्षण भवन की जांच की गई. उन्होंने बताया कि गुणवत्ता में ये बेहद खराब थी. साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि ईंट भी सहीं नहीं थी, प्लास्टर में रेत थी, जिसको हाथ मारकर गिराया जा सकता था.
शासन को भेजी जाएगी रिपोर्ट
यही नहीं, डीएम ने बताया कि, छत पर भी सही ढंग से काम नहीं किया गया था. कोई बीम नहीं डली गई थी. उन्होंने कहा कि यह भवन पूरी तरह असुरक्षित था. उन्होंने कहा कि अगर ये हैंडओवर हो जाता तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. डीएम सुनील वर्मा ने कहा कि इस निर्माण में शामिल ठेकेदार समेत अन्य पर भी एफआईआर दर्ज कराई गई है और रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाएगी.
डीएम ने जानकारी देते हुये कहा कि अभी तक दो एफआईआर दर्ज कराई गई हैं. एक ट्रामा सेंटर जो कि निर्माणाधीन है. उसके ठेकेदार पर भी कराई गई है. वहां पर भी लापरवाही बरती गई थी. डीएम ने कहा कि, जहां पर इस तरह के मामले संज्ञान में आएंगे, कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. किसी भी तरह का भ्र्ष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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