गोरखपुर: पहले ड्यूटी पर समर्पित, अब डीएम और एसडीएम सदर ने प्लाजमा दान कर लोगों को किया प्रेरित
गोरखपुर में कोरोना संक्रमण का व्यापक असर है. महामारी के चलते यहां 300 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. कोरोना मरीजों के लिये इलाज के लिये अब शहर में प्लाजमा थेरेपी शुरू की गई है. जिले के अघिकारी लोगों को प्रेरित कर रहे हैं.
गोरखपुर. वैश्विक महामारी कोरोना से लोगों की जान बचाने के लिए अधिकारियों ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है. लॉकडाउन के बाद से ही ड्यूटी को लेकर पूरी तरह से समर्पित रहने वाले अधिकारियों ने लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित करने में भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है. लेकिन, जब वे पॉजिटिव हुए, तो उन्होंने निगेटिव होने के बाद प्लाजमा दानकर दूसरों की जिंदगी बचाने की ‘पहल’ कर लोगों को प्रेरित किया है.
अधिकारियों ने प्लाजमा डोनेट करने के लिये किया प्रेरित
"पहल" बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज द्वारा आयोजित कोरोना संक्रमण महामारी से जंग जीत चुके कोरोना योद्धाओं ने प्लाज्मा दान किया. कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए प्लाज्मा दान करने वाले कोरोना योद्धाओं के साथ डीएम के. विजयेंद्र पांडियन और एसडीएम सदर गौरव सिंह सोगरवाल भी हैं. कोविड-19 कोरोना संक्रमण महामारी से पीडि़त होने के बाद रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद स्वस्थ होकर प्लाज्मा दान कर अन्य लोगों को प्लाज्मा दान करने को प्रेरित किया. इसके साथ ही उन्होंने वहां पर प्लाज्मा दान करने आए हुए लोगों का उत्साहवर्धन कर उनका उत्साह बढ़ाया.
अधिकारियों ने प्लाजमा डोनेट किया
इस कार्यक्रम की शुरुआत पार्क रोड स्थित सीतापुर आई हॉस्पिटल में वृहद कैंप का आयोजन किया गया. यहां पर प्लाज्मा दानदाताओं से कहा कि ऐसे कोरोना योद्धा जो संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुके हैं, उन्हें आगे आकर प्लाज्मा दान करना चाहिए. ताकि उनके प्लाज्मा से अन्य संक्रमित व्यक्तियों के जीवन को सुरक्षित बनाया जा सके. प्लाज्मा दान के लिए प्रेरित करने को डीएम के. विजयेन्द्र पाण्डियन और एसडीएम सदर गौरव सिंह सोगरवाल भी प्लाजमा दान करने पहुंचे. अधिकारियों को प्लाजमा दान करते देखकर वहां पर आए लोगों को भी दूसरों की जान बचाने की प्रेरणा मिली.
गोरखपुर में प्लाजमा थेरेपी
जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन ने कहा कि बहुत से लोगों को मालूम भी नहीं है कि प्लाजमा डोनेट करने के लिए कैंप चल रहा है. गोरखपुर में प्लाजमा थेरेपी शुरू हो गई है. उन्होंने बताया कि 9 लोगों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि यहां पर प्लाजमा दान करने के लिए 50 लोग आए हैं. उन्होंने कहा कि इन्हें कोरोना वॉरियर्स भी कह सकते हैं. ये लोग 28 दिन के बाद 4 महीने के भीतर प्लाजमा ले सकते हैं. अभी वर्तमान में फातिमा अस्पताल में प्लाजमा थेरेपी चल रही है. उन्होंने बताया कि जल्द से जल्द बीआरडी मेडिकल कालेज में भी प्लाजमा थेरेपी शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि रेयर ब्लड ग्रुप वाले लोग प्लाजमा दान कर सकते हैं. वे हमसे संपर्क करें. इससे बहुत से लोगों की जान बचाई जा सकती है.
कोरोना का व्यापक असर
कोरोना से जंग बहुत से लोग लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि लगातार लोगों की मौतें हो रही हैं. गोरखपुर में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और वे खुद पॉजिटिव हो चुके हैं. ऐसे में लोगों को वे अवेयर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. वे खुद जब पॉजिटिव हुए, तो खुद आइसुलेट हुए और अपने संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच करा दी. इससे वे भी जल्दी रिकवर हो गए. उन्होंने कहा कि डरें नहीं, जितनी जल्दी रिकवर होंगे, उतनी ही जल्दी अपने परिवार को बचा सकेंगे. उन्होंने कहा कि मौतों की संख्या को कम करने के लिए प्लाजमा दान करें. यही पूरे मिशन का उद्देश्य है.
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