DM in Review Meeting in Pauri: पौड़ी के जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदण्डे ने मनरेगा के कार्यों में दिख रही सुस्ती पर जिले के कई विकासखण्डों के खण्ड विकास अधिकारी और डीपीओ का अब स्पष्टीकरण तलब किया है. दरअसल, ये विकासखण्ड उन विकासखण्डों में शुमार हैं जिनका जिम्मा संभाले बीडीओ और डीपीओ को पूर्व में भी कार्य प्रगति में सुधार लाने के निर्देश जारी हुए थे. लेकिन बावजूद इसके मनरेगा के कार्यप्रगति में किसी तरह को कोई सुधार नजर नहीं आया. ऐसे में जिलाधिकारी ने विकास खण्ड कोट, एकेश्वर, कल्जीखाल, रिखणीखाल एवं थलीसैंण के बीडीओ और विकासखण्ड बीरौंखाल, दुगड्डा, कोट, रिखणीखाल, जयहरीखाल के बीडीओ एवं डीपीओ दोनो ही अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब किया है. साथ ही संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर उचित कार्रवाई का मन भी बनाया है.


खराब प्रगति रिपोर्ट पर नाराज हुये डीएम


दरअसल इन तमाम विकासखण्डों की प्रगति रिपोर्ट 50 प्रतिशत से भी कम है, जिन्हें 15 जुलाई, का अल्टीमेटम देकर कार्य प्रगति सुधारने के निर्देश भी स्पष्टीकरण तलब करते हुए जारी किये गये हैं. हालाकि, इस बीच कम प्रगति वाले विकासखण्ड कोट, रिखणीखाल जयहरीखाल ने कार्य प्रगति की धीमी चाल का कारण तकनीकी समस्या को बताया और जिलाधिकारी को अवगत कराया कि, उनके द्वारा मेरा गांव मेरी सड़क योजना के अन्तर्गत खिर्सू (चौपड़ा) का कार्य 30 जुलाई, तक पूरा हो जायेगा.


सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा की


इसके साथ ही जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग, जिला पंचायत राज विभाग, नगर पंचायत स्वर्गाश्रम (जौंक), नगर पंचायत थलीसैंण, सिंचाई, भूमि संरक्षण कोटद्वार के अधिकारियों से क्रमवार विधायक निधि के अन्तर्गत स्वीकृत कार्यों की प्रगति की जानकारी भी ली गई. जिसमें खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि, विधायक निधि के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों को लेकर ग्राम प्रधान एवं प्रधानाचार्य से समन्वय स्थापित कर अपने स्तर से कार्य पूर्ण करवाना वे सुनिश्चित करें. सभी बीडीओ को निर्देशित किया गया कि, योजना के तहत कितने काम हो गये हैं और कितने होने हैं, का विवरण बनाकर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें.


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