बस्ती, एबीपी गंगा। बस्ती जिले में बड़े पैमाने पर झोला छाप डॉक्टरों की भरमार है, इंटर पास युवक धडल्ले से दो कमरों में अस्पताल चला रहे और लोगों की या तो जान ले रहे या उनकी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने ऐसे ही एक अस्पताल पर छापा मारा। जहां लोगों को इलाज के बदले अपनी जान देकर कीमत चुकानी पड़ती है, इस फर्जी नर्सिंग होम से भारी मात्रा में दवाएं, ऑपरेशन के उपकरण भी बरामद हुए हैं, साथ मे एक फर्जी डॉक्टर को भी मौके से गिरफ्तार किया गया है।


ग्रामीण जनता को इलाज के नाम पर छोला छाप डॉक्टर जमकर लूट रहे हैं, कभी कभी तो इनके इलाज से मरीजों की मौत भी हो जाती है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन हरैया तहसील पहुंचे तभी एक व्यक्ति महेश कुमार उनके पास आया और न्याय की गुहार लागते हुये लिखित शिकायत पत्र दिया, कहा कि हमारी पत्नी को एक झोला छाप डॉक्टर इलाज कर रहा था जिससे इलाज के दौरान हमारी पत्नी बेहोश हो गयी और उसकी जान जाते जाते बची है, जब हमने इसकी शिकायत उस फर्जी नर्सिंग होम में मौजूद डॉक्टर से किया तो वो बोले की अब कुछ नहीं हो सकता यहां से जाओ, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया की भोली भाली जनता को ये झोलाछाप और अप्रशिक्षित लोग डॉक्टर बनकर इलाज करते हैं।


इस शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने तुरन्त संज्ञान लेते हुये नायब तहसीलदार को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ने देखा कि क्लिनिक पर झोला छाप डॉक्टर मरीज का इलाज कर रहा था, सर्टिफिकेट और रजिस्ट्रेशन मांगने पर वह कुछ भी नहीं बोल पाया, इस नर्सिंग होम से भारी मात्रा में दवाई व इंजेक्शन बरामद की गई है, नायब तहसीलदार ने मुन्ना भाई डॉक्टर को अपने साथ तहसील लेकर आये और हरैया सीएचसी के प्रभारी चिकित्सक आर.के.सिह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। डीएम की इस कार्रवाई से इलाके के सभी झोला छाप डॉक्टरों में हडकंप मच गया और सभी लोग क्लीनिक बन्द कर फरार हो गये।