संभल में मंदिर और कूप की खोज पर डीएम राजेंद्र पेंसिया का बड़ा बयान, कल्कि अवतार का किया जिक्र
Sambhal Update: डीएम राजेंद्र पेंसिया ने संभल में जारी मंदिर और कुओं की तलाश पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने एक श्लोक बोलते हुए जवाब दिया कि "ये सब कल्कि भगवान के अवतार की तैयारी है."
Sambhal Update: उत्तर प्रदेश के संभल में प्रशासन लगातार यहां के प्राचीन नक्शे के आधार पर अतिक्रमण हटाने और मंदिरों व कुओं की खोज में लगा है. मुस्लिम बहुल इलाकों में संभल प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं कि आख़िर क्यों यहां मंदिर और कुएं खोजे जा रहे हैं, इस कार्रवाई के पीछे का प्लान किया है. इन तमाम मुद्दों को लेकर संभल के जिलाधिकारी ने बड़ा बयान दिया है.
एबीपी न्यूज से बातचीत में डीएम राजेंद्र पेंसिया ने संभल में जारी मंदिर और कुओं की तलाश किए जाने का जवाब एक संस्कृत का श्लोक बोलते हुए कहा और आगे के पूरे प्लान की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि "ये सब कल्कि भगवान के अवतार की तैयारी है."
संभल में मंदिर-कूप की खोज पर बोले डीएम
संभल डीएम ने कूप, मंदिर खोज को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि देखिए कल्कि धाम संभल का प्राचीन नक्शा है जिसके मुताबिक हम लोग काम कर रहे हैं. इस दौरान मिल रहे प्राचीन निर्माणों का एएसआई से परीक्षण भी कराया जा रहा है. डीएम ने कहा कि संभल के प्राचीन नक्शे में प्रदर्शित सभी 19 कूप, 68 तीर्थ, 36 पूरे, 52 सराय का जीर्णोद्धार किया जाएगा ताकि संभल की संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा मिले और यहां विकास हो.
राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि हमें अभी तक 19 कूप में से 17-18 कूप मिल चुके हैं. सिर्फ एक या दो कूप बाकी खोजने रह गए हैं. इस दौरान उन्होंने संस्कृत का श्लोक पढ़ कर सुनाया जिसमें कलयुग में संभल में कल्कि भगवान के अवतार का जिक्र है. चंदौसी में और सराय तरीन में भी दो मंदिर मिले हैं संभल के 24 मील की परिधि जो 48 किलोमीटर होती है उसमें 68 तीर्थ हैं.
डीएम ने कहा कि हम संभल के विकास के लिए काम कर रहे हैं. संभल में प्रशासन जो अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला रहा है पुराने मंदिरों को खोज रहा है और प्राचीन कुओं को खोज रहा है उसके पीछे प्रशासन की मंशा संभल को तीर्थ नगरी के रूप में विकसित करना है. जिससे यहां का पर्यटन बढ़ेगा और कलयुग में होने वाले कल्कि भगवान के अवतार से पहले संभल नगरी को सनातन धर्म नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा. जिसका विवरण प्राचीन ग्रंथों में मिलता है और जो नक्शा मौजूद है उसके अनुसार राजस्व विभाग से लेकर तमाम विभाग काम कर रहे हैं. संभल का विकास होगा तो यहां रोजगार भी बढ़ेगा.
संभल में रानी की बावड़ी की खुदाई में मिला एक और प्राचीन गलियारा, मुख्य गेट और सीढ़ियां भी दिखीं