बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया में दीपावली पर जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अनोखा प्रयास किया है. उन्होंने कुम्हार के चाक पर खुद अपने हाथों से मिट्टी के दीये बनाकर पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों से पुरानी परंपरा की तरफ लौटने की अपील की. इसके अलावा उन्होंने झालर की जगह मिट्टी के दिये जलाने की भी सलाह दी. यही नहीं दीपावली पर जिलाधिकारी आवास और कलैक्ट्रेट में मिट्टी के ही दिए जलाने के लिए कुम्हार को मिट्टी के दीये बनाने का ऑर्डर भी दिया.


दरअसल, बलिया के डीएम आगामी दीपावली पर्व को लेकर पर्यावरण को बचाने की फिक्र में एक कुम्हार के घर पहुंच गए. वहां कुम्हार की चाक के पास बैठ कर खुद अपने हाथों से मिट्टी के कई दीये बनाए. जिसे देखने के लिए आसपास के बच्चे और महिलाएं इकठ्ठा हो गईं. डीएम ने अपने आवास और कार्यालय पर भी मिट्टी के दीये जलाने के लिए कुम्हार को ऑर्डर भी दिया. डीएम ने वहां मौजूद लोगों और जनपद वासियों को इस बार दीपावली पर्व पर सभी से बिजली के झालर के बजाय मिट्टी के दीये जलाने की अपील भी की.


डीएम ने कहा कि कुम्हारी कला को एक कला के रूप में देखने की जरूरत है. साथ ही यह समय और पर्यावरण की जरूरत भी है. इसे समझने का प्रयास होना चाहिए और लोगों को अपनी पुरानी परंपराओं की तरफ लौटना चाहिए. इस क्रम में हम न केवल पर्यावरण को बचाएंगे बल्कि अपनी पुरानी परंपराओं को भी बचाएंगे. साथ ही कुम्हारों की कला को भी संरक्षित करेंगे.


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