Fatehpur News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में डंप पड़े मौरम की गलत नाप-जोख करने के मामले में जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के तीन तहसीलों में तैनात तीन लेखपालों को निलंबित कर दिया है, साथ ही तहसीलदार सहित पांच राजस्व कर्मियों को नोटिस जारी किया है. डीएम के इस कदम से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. आपको बता दें कि, जिले के तीन तहसीलों में तैनात लेखपालों ने आवश्कता से अधिक मौरम डंप किये जाने की रिपोर्ट जिला प्रशासन को दी थी. जिसकी जांच प्रयागराज से आई टीम द्वारा की गई थी. जहां मौरम कम पाया गया और जिसके बाद जिला प्रशासन को गुमराह करने वाले तीनो लेखपालों के खिलाफ डीएम द्वारा निलंबन की कार्रवाई करते हुए तहसीलदार सहित पांच के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है. साथ ही आवशकता से अधिक भंडारण पाए जाने पर दो मौरंग भण्डारण का लाइसेंस निरस्त किया गया है.
जिले के तीन तहसीलों में तैनात लेखपालों ने सीमा से अधिक मौरम डंप की सूचना जिला प्रशासन को दी थी, जिसके बाद लेखपालों की रिपोर्ट के आधार पर खनिज विभाग ने कई खनन माफियाओं के खिलाफ 13 करोड़ 9 लाख का जुर्माना लगाया था और जुर्माना जमा न करने के कारण इन डंप धारकों के खिलाफ आरसी भी जारी हो गई थी. वहीं, जिला प्रशासन की कार्रवाई को चुनौती देते हुए मौरंग डंप करने वालों ने इस बात की शिकायत शासन से की थी, जिसके बाद प्रयागराज से आई टीम ने मौके का सत्यापन कर इस बात की रिपोर्ट शासन को सौंपी थी. जिसके बाद डीएम ने एक्शन लेते हुए तीन लेखपालों को निलंबित करते हुए तहसीलदार सहित पांच राजस्व कर्मियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है.
साथ ही आवशकता से अधिक भण्डारण पाए जाने पर दो मौरंग भण्डारण का लाइसेंस निरस्त किया गया है. वहीं, इस मामले में डीएम फतेहपुर अपूर्वा दुबे ने बताया कि, जिले में दो भण्डारण स्थल पर आवश्कता से अधिका मौरम पाए जाने पर दो भण्डारण स्थल का लाइसेंस निरस्त किया गया है और साथ ही तीन लेखपालों के खिलाफ रिपोर्ट गलत देने पर निलंबन की कार्रवाई की गई है. साथ ही तहसीलदार सहित पांच राजस्व कर्मियों के खिलाफ नोटिस जारी कर स्पस्टीकरण मांगा गया है.
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