आगरा, नितन उपाध्याय. डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या के मामले में आरोपी डॉक्टर विवेक ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उरई के मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात डॉ विवेक तिवारी और योगिता के बीच कई वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था. योगिता की हत्या के बाद विवेक को पुलिस ने उरई से गिरफ्तार कर लिया था. आगरा पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान विवेक ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. विवेक ने हत्या के पीछे दोनों के बीच हुई कहासुनी वजह बताई है.


हाइवे पर मिली थी योगिता की लाश
बतादें कि बुधवार सुबह योगिता गौतम के शव को थाना डौकी क्षेत्र में हाइवे से बरामद किया गया था. योगिता की हत्या कर उसकी लाश को यही फेंक दिया गया था. योगिता का सर कुचला गया था. वो एसएन मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर थी.


एमबीबीएस के दौरान हुई जान-पहचान
डॉ. विवेक और डॉ योगिता ने मुरादाबाद के तीर्थकर महावीर मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की है. दोनों की जान-पहचान एमबीबीएस करने के दौरान हुई थी. डा. विवेक योगिता से एक साल सीनियर था. योगिता आगे की पढ़ाई करने के लिए आगरा आ गईं थी, जबकि विवेक सरकारी नौकरी में चला गया.


योगिता के भाई ने दर्ज कराई थी शिकायत
डॉ. योगिता कुछ दिन से लापता चल रही थी. योगिता के भाई डॉ. मोहिंदर कुमार गौतम ने आगरा के एमएम गेट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में डॉ. विवेक पर ही शक जताया गया था. मोहिंदर के मुताबिक, योगिता ने बताया भी था कि विवेक उन्‍हें डिग्री कैंसिल कराने की धमकी दे रहा है. योगिता की मां ने भी बताया था कि योगिता ने फोन पर विवेक द्वारा धमकी मिलने की बात बताई थी.


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