Ranikhet News: रानीखेत का गोविंद सिंह माहरा राजकीय अस्पताल राजनीति का अखाड़ा बन गया है. बीपेजी और कांग्रेस दोनों ही राजनैतिक दल अपनी-अपनी राजनीति की रोटियां सेकने में लगे हुए हैं. बता दें कि दो दिन पहले मरीज के तीमारदार और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ कांता किरन पांडे के बीच में हुए विवाद पर ब्लॉक प्रमुख हीरा रावत ने अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन किया, जिस पर राजकीय अस्पताल में उपजे विवाद ने राजनीतिक मोड़ ले लिया है.


विधायक करन माहरा, सीएमओ और संयुक्त मजिस्ट्रेट की हुई बैठक


घटना को लेकर डॉक्टरों ने ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया. बुधवार को सीएमओ सविता ह्यांकी विधायक करन माहरा और संयुक्त मजिस्ट्रेट जय किशन के द्वारा अस्पताल परिसर में बैठक की गई, जिसमें दोनों पक्षों को सुना गया. विधायक करन माहरा ने कहा कि अस्पताल में ऐसी नौबत ही क्यों आ रही है कि मरीज के लिए किसी जनप्रतिनिधि को फोन करना पड़ रहा है.


उन्होंने कहा कि महिला आयोग की उपाध्यक्ष द्वाराहाट की रहने वाली हैं. वहां डीएनए टेस्ट की उतनी बड़ी मांग उठ रही है, महिला के ऊपर अत्याचार हुआ. ये वहां क्यों नहीं बोलती हैं. रानीखेत में अस्पताल का माहौल राजनीतिक कारणों से खराब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जल्दी ही मामले को सुलझा दिया जाएगा.


बीजेपी कार्यकर्ताओं ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग


वहीं बीपेजी कार्यकर्ताओं ने संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से एक पत्र मुख्यमंत्री को भेजा. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि नागरिक चिकित्सालय में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा अभद्रता और अशोभनीय व्यवहार चिकित्सालय का माहौल खराब किया गया है. उन्होंने उपरोक्त घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.


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