महाराजगंज, एबीपी गंगा। "कोरोना" को देश में आने से रोकने के लिये भारत सरकार के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य महकमा सक्रिय हो गया है। भारत नेपाल की सोनौली बॉर्डर पर कोरोना वायरस को लेकर स्वस्थ विभाग ने भारत नेपाल की खुली सीमा पर अर्लट जारी कर डॉक्टरों की तैनाती करते हुए पर्यटको की जांच शुरू कर दी है। साथ ही जिला प्रशासन ने लोगों को जागरूक करते हुए मास्क भी वितरित किया। मंगलवार की दोपहर मुख्य चिकित्साधिकारी महराजगंज अशोक कुमार के नेतृत्व में डॉक्टरों की पांच सदस्यों की टीम ने एसएसबी कंपनी कमांडर अमित कुमार, अधिशासी अधिकारी सोनौली राजनारायण यादव और क्षेत्राधिकारी नौतनवा राजू कुमार साव चौकी प्रभारी अशोक कुमार के साथ सोनौली सीमा पर कोरोना वायरस को लेकर लोगों को जागरूक किया और मास्क वितरित किया।


इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि नेपाल के रास्ते चीन, ताइवान , कोरिया के पर्यटकों का लेखाजोखा तैयार कर रहे हैं। संदिग्ध लोगों को आइसोलेट व रक्त की वायरोलॉजिकल जांच के नमूने लेने की भी व्यवस्था सीमा पर की गई है। उन्होंने बताया कि निगरानी के उद्देश्य से डॉक्टरों की तैनाती की गई है। किसी पर्यटक या यात्री को जांच में संदिग्ध पाए जाने पर मुख्यालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया जाएगा। सीमा पर डॉक्टर अशोक कुमार चौधरी के साथ चार सहयोगी डॉक्टर लगे हैं। जो रात दस बजे तक बॉर्डर पर रहेंगे।


चीन से लगी रसुवागढ़ी नाका 15 दिनों के लिए बंद


चीन में बढ़ते कोरोनो वायरस के मद्देनजर नेपाल सरकार पूरी तरह से सजग व सतर्क है। नेपाल-चीन की सीमा से लगा रसुवागढी नाका बुधवार से अगले 15 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। मंगलवार को हुई चिनियां पुलिस, नेपाल प्रहरी व अध्यागमन कार्यालय के अधिकारियों के बीच बनी सहमति पर यह फैसला किया गया। इसकी जानकारी जिला प्रहरी कार्यालय रसुवा प्रहरी नायब उपरीक्षक इन्द्र सुवेदी ने दी। उन्होंने बताया कि चीन में कोरोनो वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए रसुवागढ़ी नाका 15 दिनों के लिए पूर्णतः बंद रखा जाएगा।