गाजियाबाद, एबीपी गंगा। वसुंधरा सेक्टर-3 में बीते शनिवार की शाम 14वीं मंजिल से गिरकर घरेलू सहायिका मीनाक्षी की मौत के मामले में मंगलवार सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक सैकड़ों घरेलू सहायिकाओं ने ऑलिव काउंटी सोसायटी का घेराव कर हंगामा किया। इस दौरान सोसायटी के बाहर वसुंधरा ग्रीन बेल्ट रोड पर यातायात भी प्रभावित हुआ। मृतक मीनाक्षी के परिजनों व अन्य घरेलू सहायिकाओं ने हत्या कर शव बालकनी से नीचे फेंकने का आरोप लगाते हुए मामले की जांच करने और इंसाफ दिलाने की मांग की है।


सूचना पर पहुंची पुलिस


हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। ऑलिव काउंटी सोसायटी के गेट पर सैकड़ों की संख्या में घरेलू सहायक व सहायिकाएं पहुंची। उन्होंने सोसायटी में घुसने का प्रयास किया। आरोप है कि सुरक्षा गार्डों और कुछ महिलाओं ने उन्हें धक्का देकर बाहर निकला और गेट बंद कर लिया। सोसायटी के गेट नंबर चार के सामने सड़क पर लोगों की भीड़ से जाम लग गई। हंगामे की सूचना पर थाना प्रभारी इंदिरापुरम संदीप कुमार सिंह कई चौकी प्रभारियों और महिला थाना प्रभारी के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को सड़क से हटवाकर जाम खुलवाया।



हत्या का आरोप


मृत मीनाक्षी के माता-पिता सुमित्रा व रामचंद्र का कहना है कि शनिवार रात साढ़े आठ बजे इंदिरापुरम पुलिस ने उन्हें फोन पर बेटी की 14वीं मंजिल से गिरकर मौत होने की सूचना दी। उनकी बेटी तीन माह से फ्लैट में काम कर रही थी। फ्लैट के मालिक की ओर से कोई जानकारी उन्हें नहीं दी गई। परिजनों और प्रदर्शन कर रही अन्य घरेलू सहायिकाओं का आरोप है कि मीनाक्षी की पहले गला दबाकर हत्या की गई। इसके बाद आत्महत्या दिखाने के लिए बालकनी से नीचे फेंक दिया गया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मीनाक्षी का मोबाइल नहीं दिया। प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने आरोप लगाया की सोसायटी में उनका मानसिक शोषण किया जा रहा है। आए दिन उनपर चोरी करने का आरोप लगाते हैं।


गिरने से हुई मौत


इंदिरापुरम थाना प्रभारी निरीक्षक संदीप कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि ऊंचाई से गिरने की वजह से मीनाक्षी को गंभीर चोटें आईं। जिसकी वजह से मौत हुई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को दिया गया। उन्होंने अंतिम संस्कार किया। जिस वक्त घटना हुई थी, उस वक्त फ्लैट में अकेली बुजुर्ग महिला थी। सीसीटीवी फुटेज में मीनाक्षी बालकनी की ओर जाती दिखी दे रही है वह नहीं लौटी। सीसीटीवी फुटेज में घर के अंदर कोई और जाता नहीं दिखा है। मीनाक्षी के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकाली जा रही है कि किन-किन नंबरों पर बात हुई थी, जिन लोगों से मीनाक्षी की बात हुई थी उनसे भी पूछताछ की जाएगी। परिजनों ने मामले में कोई शिकायत नहीं दी है। शिकायत मिलने पर आरोपों की जांच की जाएगी।


काम का बहिष्कार


मीनाक्षी की मौत के आक्रोशित महिलाओं ने काम का बहिष्कार किया है। घरेलू सहायिका के घर में न पहुंचने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सोसायटी के लोगों ने महिलाओं से आग्रह भी किया, लेकिन महिलाएं काम पर नहीं गईं।



ये है पूरा मामला


मूलरूप से सीतापुर के पिसावां थानाक्षेत्र स्थित शैसकला गांव निवासी मीनाक्षी (18) कनावनी में परिजनों के साथ रहती थी। वह वसुंधरा सेक्टर-3 स्थित ऑलिव काउंटी सोसायटी में 14वीं मंजिल पर वीरेंद्र कुमार सोंधी पत्नी के यहां घरेलू सहायिका का काम करती थी। शनिवार को जरूरी काम से वीरेंद्र कुमार सोंधी जयपुर गए थे। घर पर उनकी पत्नी थीं। शाम करीब साढ़े सात बजे संदिग्ध परिस्थितियों में मीनाक्षी की गिरकर मौत हो गई।