बुलंदशहर, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सड़क किनारे मामा भांजे के शव मिलने से जहां इलाके में सनसनी फैल गई, वही पुलिस हत्या और आत्महत्या की गुत्थी में उलझ गई है। फिलहाल पुलिस ने संदेह के आधार पर मृतक सोनू के जीजा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और मामले की जांच कर कार्रवाई करने का दावा कर रही है। फिलहाल पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


बुलंदशहर के गांव फरकाना में रहने वाले 24 साल के रिंकू और उसके तीन साल के मासूम भांजे मयंक का शव सोमवार सुबह पहासू थाना क्षेत्र में सड़क किनारे संदिग्ध अवस्था में पड़े मिले, जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई।


दरअसल रिंकू अपने जीजा सोनू व भांजे मयंक के साथ बाइक पर सवार होकर अपने बहन के घर जा रहा था, मगर वह अपनी बहन के घर नहीं पहुंचा। जब मामा-भांजे की मौत की खबर घर पहुंची तो हड़कंप मच गया। सुबह मौके पर पहुंचे रिंकू के परिजनों ने जब उसके शव की हालत देखी और सोनू के शव के चेहरे पर लगे चोट के निशान देखें, तो सोनू और उसके भांजे मयंक की हत्या का शक जताने लगे । पुलिस ने बाइक चला रहे रिंकू के जीजा सोनू को हिरासत में लेकर जैसे ही पूछताछ शुरू की तो सोनू बार-बार बयान बदलने लगा, जिससे पुलिस हत्या और हादसे में उलझ गई। हालांकि पुलिस सोनू को हिरासत में ले घटना स्थल पर भी पहुंचीं और पूछताछ की। पुलिस ने दोनों के शवों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बुलंदशहर के एसएसपी की मानें तो प्रथम दृष्टया मामला हादसे का प्रतीत हो रहा है लेकिन मामले में जांच कर कार्रवाई की जा रही है।


सोनू के बदलते ब्यान और रिंकू के शव के चेहरे पर लगे चोटों के निशान किसी और ही वारदात की ओर इशारा कर रहे हैं। हालांकि पुलिस को घटनास्थल पर कोई ऐसा वाहन नहीं मिला, जिससे यह साबित हो सके किसानों की बाइक किसी वाहन से टकराई थी। यही नही हादसे के बाद बाइक कहां गयी, अभी तक पुलिस मृतक रिंकू के दो मोबाइल फोन भी बरामद नहीं कर सकी है।, जिससे मामला हत्या और आत्म हत्या की गुत्थी में उलझा है।