मथुरा: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने सोमवार को कहा कि जिन लोगों ने केंद्र सरकार की तरफ से सामान्य वर्ग के लोगों को आरक्षण दिए जाने का विरोध किया, वे आज काफी घबराया हुआ महसूस कर रहे हैं. राज्य में सपा-बसपा की तरफ से कथित तौर पर ब्राह्मणों को लुभाने के लिए भगवान परशुराम की मूर्तियां लगाए जाने की बात को लेकर उन्होंने कहा कि, ''(ये वही लोग हैं) जिन्होंने हमेशा ब्राह्मण समाज का तिरस्कार किया. (ये वही लोग हैं) जिन्होंने नारे लगाए - 'तिलक-तराजू और तलवार, इनको मारो .............(ये वही लोग हैं) जिन्होंने भगवान परशुराम की मूर्तियों को तोड़ने का रिकॉर्ड कायम किया (समाजवादी पार्टी पर यह आरोप लगता रहा है).....''


उन्होंने यहां कहा कि, ''जिन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से सामान्य वर्ग के लोगों को आरक्षण देने का विरोध किया, वे आज काफी घबराया हुआ महसूस कर रहे हैं इसलिए वे जनता को दिग्भ्रमित करने का दुष्प्रयास कर रहे हैं. मैं समझता हूं कि यह उनकी बगुला भगत होने की स्थिति है. जनता भली प्रकार से उन्हें जानती है और इसलिए वो उन्हें नकार भी चुकी है. जाति की राजनीति करने वालों को हर बार मुंह की खानी पड़ेगी''


जातिगत राजनीति के सवाल पर शर्मा ने पूरे विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, ''सपा और बसपा का तो जन्म ही जाति के आधार पर हुआ है. एक जाति को नीचा दिखाना, दूसरी को आगे करना, किसी का अतिवाद करना, किसी को प्रताड़ित करना, यही इन दोनों दलों का काम रहा है. उनकी इस घिनौनी राजनीति में कांग्रेस का भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग मिलता रहा है.'' उपमुख्यमंत्री ने अयोध्या के बाद काशी-मथुरा का भी नंबर आने जैसे सवाल को यह कहते हुए हवा में उड़ा दिया कि ''मुझे इसकी जानकारी नहीं है.''


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